पीआईबी फैक्ट चेक: केंद्र सरकार ने बुधवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो (Viral Video) और मैसेज की हकीकत बताई. सरकार ने कहा कि राशन दुकान मालिकों को राष्ट्रीय ध्वज (National Flag) नहीं खरीदने पर लोगों को राशन (Ration) नहीं देने का कोई निर्देश नहीं दिया गया है. इस मामले में एक राशन दुकान मालिक पर कार्रवाई भी की गई है. बता दें कि कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने बुधवार को आरोप लगाया कि गरीबों को राशन देने के बदले तिरंगे के नाम 20 रुपये की जबरन वसूली की जा रही है.
उन्होंने एक वीडियो भी शेयर किया जिसमें कुछ राशनकार्ड धारकों को यह शिकायत करते हुए देखा जा सकता है कि उन्हें 20 रुपये में तिरंगा खरीदने को मजबूर किया जा रहा है. इस वीडियो के बारे में पत्र सूचना कार्यालय (PIB) ने हकीकत बताई और ट्वीट किया, ‘‘भारत सरकार (Government Of India) द्वारा ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है. लगभग 80 करोड़ लोगों को हर महीने बिना किसी बाधा के राशन मिल रहा है. सरकार के आदेश का उल्लंघन करने और तथ्यों को गलत तरीके से पेश करने के आरोप में एक राशन की दुकान का लाइसेंस निलंबित कर दिया गया है.’’
कुछ सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया गया है कि भारत सरकार ने राष्ट्रीय ध्वज नहीं खरीदने वाले लोगों को राशन से वंचित करने का निर्देश दिया है
️ दावा सही नहीं है
▶️भारत सरकार द्वारा ऐसा कोई निर्देश नहीं दिया गया है
️सरकार के आदेशों का उल्लंघन करने और तथ्यों को गलत तरीके से प्रस्तुत करने के लिए गलत राशन की दुकान को निलंबित कर दिया गया है pic.twitter.com/MA34l34g1n
– पीआईबी फैक्ट चेक (@PIBFactCheck) 10 अगस्त 2022
वायरल वीडियो को शेयर कर राहुल गांधी ने लगाया आरोप
सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि वीडियो की पुष्टि करने के बाद केंद्रीय खाद्य और उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय ने राज्य सरकार के माध्यम से पाया कि राशन कार्ड धारक हरियाणा के करनाल जिले के दादूपुर गांव से था. संबंधित राशन की दुकान के मालिक ने तथ्यों को गलत तरीके से पेश किया.
राहुल गांधी ने बुधवार को आरोप लगाया कि गरीबों को राशन देने के बदले तिरंगे के नाम 20 रुपये की जबरन वसूली की जा रही है जो राष्ट्रीय ध्वज और गरीबों के आत्मसम्मान पर भाजपा सरकार का प्रहार है. उन्होंने एक वीडियो साझा करते हुए फेसबुक पोस्ट में कहा, ‘‘तिरंगा हमारा अभिमान है, ये हर दिल में बसता है. राष्ट्रवाद कभी बेचा नहीं जा सकता, ये बहुत ही शर्मनाक है कि राशन देने के बदले गरीबों से तिरंगे के नाम पर जबरन 20 रुपये की वसूली की जा रही है.’’
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार तिरंगे के साथ-साथ हमारे देश के गरीबों के आत्मसम्मान पर भी प्रहार कर रही है. उन्होंने जो वीडियो साझा किया उसमें कुछ राशनकार्ड धारकों को यह शिकायत करते हुए देखा जा सकता है कि उन्हें 20 रुपये में तिरंगा खरीदने को मजबूर किया जा रहा है.
वरुण गांधी ने साझा किया वीडियो
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सांसद वरुण गांधी ने भी बुधवार को यह वीडियो साझा किया और आरोप लगाया कि सरकार राशनकार्ड धारकों को तिरंगा खरीदने के लिए मजबूर कर रही है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘‘हर घर तिरंगा’’ अभियान के तहत देशवासियों से अपने घरों में 13 अगस्त से 15 अगस्त के बीच तिरंगा लगाने का आग्रह किया है.
पीलीभीत से सांसद गांधी ने एक वीडियो साझा करते हुए ट्वीट किया, ‘‘आजादी की 75वीं वर्षगांठ का उत्सव गरीबों पर ही बोझ बन जाए तो यह दुर्भाग्यपूर्ण होगा. राशनकार्ड धारकों को या तो तिरंगा खरीदने पर मजबूर किया जा रहा है या उसके बदले में उनके हिस्से का राशन काटा जा रहा है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘हर भारतीय के हृदय में बसने वाले तिरंगे की कीमत गरीब का निवाला छीन कर वसूलना शर्मनाक है.’’
उल्लेखनीय है कि बेरोजगारी, अर्थव्यवस्था और कृषि सहित विभिन्न मुद्दों पर वरुण गांधी पिछले कुछ समय से केंद्र सरकार की नीतियों की आलोचना करते रहे हैं.
ये भी पढ़ें:
https://feeds.abplive.com/onecms/images/uploaded-images/2022/08/05/a20414f751270f6910be787c4cedff761659704231_original.JPG?impolicy=abp_cdn&imwidth=1200&imheight=628