मिर्जापुर4 मिनट पहले
अहरौरा क्षेत्र में बेचू बीर बाबा मेले में दो वर्ष बाद कोरोना के चलते बाधित मेला में आज दूसरे दिन तक करीब 5 लाख भक्तों ने दर्शन पूजन किया। इसमें ऐसी महिलाओं की संख्या ज्यादा रही। बेचू बीर बाबा की चौरी अहरौरा से लगभग चौदह किलोमीटर दूर ग्राम पंचायत जंगल महाल बरही में स्थित है।
बेचूबीर बाबा धाम।
आसपास के जिले से आते हैं श्रद्धालु
मेले में पुत्र प्राप्ति कामना के लिए आसपास जिले के ही नहीं सुदूर दक्षिण भारत के लोग भी खींचे चले आते हैं। भूत प्रेत निवारण के लिए प्रसिद्ध बेचू बीर धाम की कथा आज भी लोगों में कहा और सुना जाता हैं। आस्था के साथ जिले के अलावा बिहार, मध्य प्रदेश, सोनभद्र, चंदौली, गाजीपुर, आजमगढ़, जौनपुर, बलिया, बनारस, इलाहाबाद के साथ ही दक्षिण भारत से दर्शनार्थियों का हुजूम लगा रहता है। भीड़ को देखते हुए मेला क्षेत्र को दो जोन 4 सेक्टर में बांट कर सुरक्षा के लिए व्यापक पुलिस बल की तैनाती की गई है।
मेले में उमड़ा श्रद्धालुओं का उमड़ा सैलाब।
समस्याओं से मुक्ति पाते हैं भक्त
आधुनिकता के बीच विज्ञान के लिए चुनौती देता आ रहा है बेचू बीर का मेला। प्रेत बाधा भले ही लाइलाज बना हुआ है। लेकिन बाबा के धाम में आने वाले तमाम भक्त भूत प्रेत से मुक्ति के लिए धाम में आते हैं। महिलाएं ठंड की परवाह किए बगैर नदी में स्नान करती हैं। इसके बाद चौरी क्षेत्र में बैठ जाते है। मनरी बजने के साथ ही माहौल काफी रहस्यमयी हो जाता हैं।उपरी बाधा से ग्रसित इंसान की भाव भंगिमा बदल जाती हैं। करीब तीन किमी के दायरे में लगने वाले मेले में आम और खास सभी जुटते हैं। मन्नत पूरी होने पर भक्तों का काफिला हर बार बढ़ता जा रहा है।