बदायूं3 मिनट पहले
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रुहेलखंड के मिनी कुंभ मेला ककोड़ा में गंगा की खादर पर तंबू का शहर पूरी तरह बस चुका है। जिसे जहां जगह मिल रही है वहां टेंट लगाकर कटरी को आबाद कर रहा है। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या के मद्देनजर पुलिस ने इस रूट पर अब डायवर्जन व्यवस्था लागू कर दी है।
इसके तहत 7 नवंबर से लेकर 10 नवंबर तक मेला ककोड़ा जाने वाले मार्ग पर केवल श्रद्धालुओं की आवाजाही रहेगी। जबकि बाकी के व्यवसायिक और अन्य वाहन समेत लोडर कासगंज, कछला वाया उझानी होकर गुजरेंगे।
मेला ककोड़ा में हमेशा की तरह इस बार भी कार्तिक पूर्णिमा के दिन तकरीबन 5 लाख श्रद्धालु पहुंचेंगे। जबकि उस के दूसरे दिन लगभग 7 लाख श्रद्धालुओं के जुटने की अटकलें हैं। वजह है कि कार्तिक पूर्णिमा वाले दिन चंद्रग्रहण होगा। ऐसे में लोग इसके दूसरे दिन गंगा स्नान करेंगे। इन हालात को मद्देनजर श्रद्धालुओं के साथ कोई सड़क हादसा न होने पाए इसके लिए एसएसपी डॉ ओपी सिंह ने यहां डायवर्जन व्यवस्था लागू कर दी।
बदायूं में गंगा तट पर लगे मेला ककोड़ा में सजी दुकानें।
ऐसे होगा डायवर्जन
एसएसपी ने बताया कि डायवर्जन व्यवस्था 7 नवंबर से 10 नवंबर तक सुबह 8:00 से रात 8:00 बजे तक लागू रहेगी। इसके तहत गंजडुंडवारा, अलीगंज व मैनपुरी की ओर से जाने वाले हल्के व भारी वाहन बदायूं से उझानी कासगंज होते हुए गंतव्य को पहुंचेंगे। वहीं इसी रूट से आने वाले वाहनों को भी उझानी कासगंज का रूट अपनाना पड़ेगा। हालांकि डायवर्जन व्यवस्था मेला में आने वाले वाहनों पर लागू नहीं होगी।
खिलौनों की इस बार बंपर बिक्री की उम्मीद है।
- कुछ और तस्वीरें में देखें बदायूं का मेला ककाेड़ा
मेले में गर्मागरम भटूरों का भी लोग तुत्फ उठा रहे हैं।
भेलपुरी की दुकान भी सजने लगी है।
संस्थाओं के लोगों ने भी मेला ककोड़ा में टेंट लगाए हैं।
गंगा में दीपदान करते लोग।
बैरकेडिंग और लाल झंडी लगाकर गहरे पानी में लोगों को जाने से रोका गया है।
मेले में बड़े मैदान में पार्किंग की व्यवस्था की गई है।