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Sunday, November 13, 2022

मिट्टी में फंसे बीजेपी के प्रचार रथ को कांग्रेस की गाड़ी ने खींचा, अब वायरल हो रहा वीडियो | Congress Vehicle Pulled BJP's Campaign Chariot Stuck In Mud In Deodar

पालनपुर2 घंटे पहले

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गुजरात में राजनीतिक गर्मा-गर्मी के माहौल के बीच का ये रोमांचक नजारा पालनपुर जिले के दियोदर का है। यहां बीजेपी का चुनावी रथ मिट्टी में फंस जाता है तो उसकी मदद के लिए कांग्रेस की प्रचार गाड़ी आ जाती है। अब इसका वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है और यूजर्स जमकर मजेदार कमेंट भी कर रहे हैं।

यूजर्स के कमेंट की बरसात
एक यूजर्स ने लिखा है- सही अर्थ में डबल इंजन की सरकार तो एक यूजर्स ने लिखा है- तेरे जैसा यार कहां, याद करेगी दुनिया। वहीं, कुछ यूजर्स ने ये लिखते भी व्यंग्य किए हैं कि गुजरात में आम आदमी पार्टी के आते ही भाजपा और कांग्रेस की मदद करने में जुट गए हैं।

दो चरणों में होना है मतदान
पहले राउंड का मतदान 1 दिसंबर को होगा और दूसरे चरण की वोटिंग 5 दिसंबर को होगी। इसके बाद 8 दिसंबर को चुनाव का नतीजा आएगा। इसी दिन हिमाचल प्रदेश के चुनावी नतीजों का भी ऐलान होना है, जहां 12 नवंबर को एक ही राउंड में वोटिंग होने वाली है। गुजरात चुनाव में 2007 से ही दिसंबर में चुनाव होता रहा है और दो राउंड में वोटिंग की परंपरा रही है।

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बसें न मिलने से परेशान, कंडक्टर की सस्पेंशन वापस लेने की मांग पर अड़ी यूनियन | Punjab roadways strike in Chandigarh latest news

चंडीगढ़22 मिनट पहले

ISBT 43 में बड़ी संख्या में यात्री घर जाने के लिए फंसे हुए हैं।

पंजाब रोडवेज, PUNBUS एंड PRTC कांट्रेक्ट वर्कस’ यूनियन की तरफ से पंजाब समेत चंडीगढ़ में स्ट्राइक चल रही है। इसके चलते हजारों यात्रियों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा है। चंडीगढ़ सेक्टर 43 स्थित ISBT में भी यात्री परेशान हो रहे हैं। रविवार को बड़ी संख्या में बस स्टैंड पर यात्री इकट्‌ठा हैं और उन्हें जाने के लिए बसें नहीं मिल रही हैं। ऐसा ही हाल पंजाब के जिलों के बस स्टैंड पर भी है।

चंडीगढ़ बस स्टैंड पर पंजाब के जिलों में अपने घरों और ड्यूटी पर जाने वाले अनेकों यात्री फंसे दिखे। कई यात्रियों को मजबूरन निजी बसों में महंगा सफर करना पड़ रहा है। वहीं कुछ टैक्सियां कर अपने घरों में पहुंच रहे हैं। बीते शनिवार को भी यात्रियों को दिक्कत पेश आई थी।

यूनियन की तरफ से पंजाब सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया जा रहा है। मांग की जा रही है कि बटाला डिपो कंडक्टर को बहाल किया जाए जिसे बीते 9 नवंबर को सस्पेंड किया गया था। यूनियन के मुताबिक, एक इंस्पेक्टर ने PUNBUS की बटाला से चंडीगढ़ जाने वाली बस को रोपड़ में चेक किया गया था। इस दौरान एक पैसेंजर बिना टिकट के सफर करता पाया गया था। उसे टिकट की कीमत की 10 गुणा रकम जुर्माने के रूप में भरने को कहा गया था। वहीं बस कंडक्ट को सस्पेंड करने के आदेश दिए गए थे।

पंजाब रोडवेज कर्मी ISBT 43 में धरना देते हुए।

पंजाब रोडवेज कर्मी ISBT 43 में धरना देते हुए।

यूनियन का कहना है कि स्टेट ट्रांसपोर्ट डिपार्टमेंट का कर्मियों के प्रति गलत व्यवहार है। आरोप लगाया गया कि चेकिंग करने वाले इंस्पेक्टर्स रोडवेज स्टाफ का शोषण करते हैं। वहीं, मामले में पैसेंजर का वीडियो भी होने की बात कही गई जिसमें उसने कहा था कि मामले में कंडक्टर की कोई गलती नहीं थी। इसके बावजूद बिना कोई जांच बैठाए कंडक्टर को सस्पेंड करने के आदेश दे दिए गए। वहीं सस्पेंड किया गया कंडक्टर बटाला में एक पानी की टंकी पर चढ़ गया था। यूनियन का कहना है कि अगर सस्पेंड किए कंडक्टर को बहाल नहीं किया जाता तो उनका प्रदर्शन और तेज होगा।

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चक्रधरपुर में तोड़फोड़ के बाद तनाव, पुलिस ने भांजी लाठियां | Tension after vandalism in Chakradharpur, police lathi niece

चक्रधरपुरएक घंटा पहले

झारखंड के पश्चिमी सिंहभूम जिले के चक्रधपुर में हिंदूवादी नेता और गिरिराज सेना प्रमुख कमलदेव गिरि की हत्या के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया है। इलाके में शव लाए जाने के साथ ही पुलिस-प्रशासन के खिलाफ जबर्दस्त नारेबाजी हुई। भीड़ ने समुदाय विशेष के खिलाफ भी नारेबाजी की। तनाव बढ़ता देख पुलिस ने मोर्चा संभाल लिया।

बता दें शनिवार शाम कमलदेव गिरि की हत्या बोतल बम मारकर दी गई। वे भाजपा के वरीय पदाधिकारियों से मुलाकात कर अपने घर वापस घर लौट रहे थे। जानकारी के अनुसार वे भाजपा में शामिल होने वाले थे। वह अपने साथी शंकर सिंह के साथ मोटरसाइकिल से गए थे। वहां से वापस आने के दौरान भारत भवन चौक के पास में उन्हें बोतल बम मारकर हत्या कर दी गई।

इलाके में बढ़े तनाव के कारण सुरक्षा बढ़ाई गई है।

इलाके में बढ़े तनाव के कारण सुरक्षा बढ़ाई गई है।

इलाके में तनाव, पुलिस ने बढ़ाई सुरक्षा
हत्या के बाद कमलदेव के शव को पवन चौक पर रखा गया था। चौक पर करीब ढाई-तीन हजार लोगों की भीड़ जमा हो गई थी। चौक पर पहले दोनों तरफ से नारेबाजी हुई, फिर पथराव होने लगा। भीड़ ने आधा दर्जन से अधिक दुकानों में तोड़फोड़ की। भीड़ ने एक पुलिस वाहन को भी तोड़ डाला। आक्रोशित भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया और आंसू गैस के गोले भी छोड़े। भारी मशक्कत के बाद स्थिति को नियंत्रित किया जा सका। इसके बाद कमल देव गिरि के शव को अंत्येष्टि के लिए श्मशान ले जाया गया। फिलहाल शहर की स्थिति तनाव पूर्ण लेकिन नियंत्रण में है। पश्चिम सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल और एसपी आशुतोष शेखर चक्रधरपुर पहुंच गए हैं।

वरिष्ठ अधिकारी इलाके में कैंप कर रहे हैं।

वरिष्ठ अधिकारी इलाके में कैंप कर रहे हैं।

कमलदेव गिरि अपने साथी शंकर सिंह के साथ मोटरसाइकिल से लौटे रहे थे। लौटने के समय वह भारत भवन ठहरे थे। यहीं पर तीन युवक पैदल पहुंचे। उनके हाथ में बोतल बम था। पहला बम उनके पीठ पर लगा लेकिन इससे उन्हें नुकसान नहीं पहुंचा। कमलदेव गिरी ने शंकर सिंह को भगाने के लिए कहा और तभी खुद गाड़ी स्टार्ट करने लगे। तभी उन पर दो बम से हमला हुआ। दोनों बम गर्दन के पीछे वाले हिस्से में लगा, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गए और जमीन पर गिर गए। रेलवे अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया।

पोस्टमॉर्टम नहीं करना चाहते थे परिवार के लोग

कमलदेव गिरि की हत्या के बाद परिजन उनके पोस्टमॉर्टम करने को लेकर राजी नहीं थे। चक्रधरपुर प्रखंड विकास पदाधिकारी संजय कुमार सिन्हा, अंचल अधिकारी बाल किशोर महतो, नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी ललन कुमार के बीच कमलदेव गिरि के बड़े भाई फूलन देव गिरि से घंटों समझाया। इसके बाद परिवार वाले पोस्टमॉर्टम के लिए राजी हुए उसके बाद भारी सुरक्षा के बीच पोस्टमॉर्टम के लिए शव को अनुमंडल अस्पताल ले जाया गया। जहां उनका पोस्टमॉर्टम किया गया।

मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तीन डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमॉर्टम

रविवार को मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में तीन डॉक्टरों के पैनल ने गिरिराज सेना प्रमुख कमलदेव गिरि के शव का पोस्टमॉर्टम किया । पश्चिमी सिंहभूम के उपायुक्त अनन्य मित्तल के आदेश पर पोस्टमॉर्टम के लिए मेडिकल टीम का गठन किया गया था। इसमें चाईबासा सदर अस्पताल के डॉ एन माझी, चक्रधरपुर अनुमंडल के चिकित्सा प्रभारी डॉ अंशुमन शर्मा और डॉक्टर नंदू शामिल थे। मजिस्ट्रेट के रूप में गुदड़ी के प्रखंड विकास पदाधिकारी महादेव महतो के उपस्थिति में डॉक्टरों की टीम ने पोस्टमॉर्टम किया।

भाजपा नेताओं ने हत्या को लेकर हेमंत सरकार पर साधा निशाना

बाबूलाल मरांडी ने इस हत्याकांड को लेकर हेमंत सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा- हेमंत सोरेन जी, आपकी तुष्टिकरण एवं विध्वंसकारी राजनीति से झारखंड के लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। चक्रधरपुर में कल हिन्दुवादी नेता कमल देव गिरि की हत्या के बाद कल आक्रोशित जनता ने आपके पोस्टर फाड़े हैं, और अब यही जनता आपको सत्ता से बाहर करेगी। कमल देव गिरि का पोस्टमॉर्टम होने के बाद भाजपा नेता जेबी तुबिद, पूर्व मंत्री बडकुंवर गागराई, संजय पांडे सहित कई नेताओं ने उनके घर जाकर परिजनों को सांत्वना दी।

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किरण चौधरी का अध्यक्ष पर पलटवार, मैं ऐसे थोड़ा कहीं भी प्रचार करने चली जाउंगी | Kiran Chaudhary Congress MLA Vs Bhupinder Singh Hooda, Udaybhan Haryana Congress President, Kumari Selja

चंडीगढ़3 मिनट पहले

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आदमपुर उपचुनाव में हार के बाद हरियाणा कांग्रेस में घमासान तेज हो गया है। कुमारी सैलजा के बाद अब किरण चौधरी ने भी भूपेंद्र हुड्‌डा खेमे के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान पर पलटवार किया है।

विधायक किरण चौधरी ने कहा कि किसी भी चुनाव में ड्यूटी लगाना प्रदेश अध्यक्ष का काम होता है। मैं ऐसे ही थोड़े कहीं भी चली जाउंगी। मैं भी प्रदेश के सभी बड़े पदों पर काम कर चुकी हूं। उदयभान ने किरण चौधरी पर टिप्पणी की थी कि वह किसी ऐसी हैसियत में नहीं कि चुनाव को लेकर चर्चा की जाए।

हरियाणा में एक कार्यक्रम के दौरान बुजुर्ग किरण चौधरी के पगड़ी बांधता हुआ।

हरियाणा में एक कार्यक्रम के दौरान बुजुर्ग किरण चौधरी के पगड़ी बांधता हुआ।

मैं 5 बार विधायक रह चुकी हूं
किरण चौधरी ने कहा है कि मैं 5 बार विधायक रह चुकी हूं। इसके बाद भी वह मुझे नजरअंदाज करते हैं। हम चाहते हैं कि उनके साथ चलें, लेकिन वह मौका ही नहीं देते हैं। यहां तक कि वह हमसे बात करने में भी गुरेज करते हैं। आदमपुर उपचुनाव में यदि वह सम्मान से बोलते तो मैं प्रचार के लिए जरूर जाती।

इससे पहले प्रदेश में हुए उपचुनाव के लिए AICC में सभी नेताओं को बुलाकर चर्चा की जाती थी। वहीं इस बार आदमपुर चुनाव में किसी बड़े नेता को नहीं पूछा गया। यह अपने आप में बेहद अचरज भरी बात है। उन्होंने बताया कि आदमपुर में टिकट वितरण में प्रक्रिया का पालन नहीं किया गया है।

शैलजा के बयानों का किया समर्थन
किरण चौधरी ने कुमारी शैलजा के बयानों का समर्थन करते हुए कहा कि कांग्रेस को आगे बढ़ाने और सरकार बनाने के लिए सभी को मिलकर साथ चलना होगा। अगर एक तरफ की हवा दी गई तो पार्टी आगे नहीं बढ़ सकती। प्रदेश अध्यक्ष का पद बेहद गरिमा भरा पद होता है। इसलिए इस पद पर बैठकर ऐसी भाषा का इस्तेमाल नहीं होना चाहिए।

क्या बोले थे प्रदेश अध्यक्ष उदयभान
आदमपुर में उपचुनाव के प्रचार के दौरान नेताओं के नहीं पहुंचने पर उदयभान ने कहा था कि तब रणदीप सुरजेवाला भारत जोड़ो यात्रा में थे। कुमारी सैलजा को कई बार कहा गया, लेकिन वह भी नहीं आ पाईं। उन्होंने कहा कि किरण चौधरी को ऐसा नेता नहीं मानते हैं कि उनकी चर्चा की जाए। किरण चौधरी के पास ऐसा कोई पद नहीं है कि उन्हें टिकट बंटवारे में शामिल किया जाए। उन्हें अपने बयान पर सोचना चाहिए। उनकी ऐसी हैसियत नहीं है।

कुमारी सैलजा भी निशाना बना चुकी

इससे पहले पूर्व प्रदेशाध्यक्ष कुमारी सैलजा भी भूपेंद्र हुड्‌डा पर जमकर तंज कस चुकी हैं। उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में जीत से कहीं ज्यादा हुड्‌डा को तीसरी बार CM प्रमोट किया गया। हरियाणा में कांग्रेस एक परिवार की पार्टी बनकर रह गई। जिसकी वजह से हार मिली। इस चुनाव में सबको साथ लेकर नहीं चला गया। चुनाव में यह प्रोजेक्ट किया गया कि पार्टी को कुछ लोग ही चला रहे हैं, जनता में ये संदेश दिया गया पूरी खबर पढ़ें

कांग्रेस का आदमपुर हार का बहाना:उदयभान और हुड्‌डा बोले- हारे जरूर, लेकिन कुलदीप बिश्नोई के 11 हजार वोट घटे

हरियाणा में हिसार के आदमपुर उपचुनाव में भाजपा की जीत के बाद अब कांग्रेसी अपने गणितीय फॉर्मूले के आधार पर हार पर सफाई दे रहे हैं। कांग्रेसी नेताओं का मानना है कि इसी गणितीय फॉर्मूले के हिसाब से आदमपुर में कांग्रेस मजबूत हुई। कुलदीप बिश्नोई के जाने से उनके केवल 11 हजार वोट ही कम हुए है पूरी खबर पढ़ें

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घर नाम कराने का बना रहा दबाव, नशे में गाली-गलौज करने के बाद हमला | Rohtak News; son killed mother with a knife In Rohtak, raised son by working in houses and now became enemy of life

रोहतक12 मिनट पहले

हरियाणा में रोहतक के डेयरी मोहल्ला में मां पर बेटे ने नशे में चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में महिला की जान तो बच गई, लेकिन चाकू गले पर लगने की बजाय हाथ पर जा लगा। जिसके कारण महिला की उंगलियां कट गई। जिसे पुलिस ने उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया है।

बेटा पहले भी अपनी मां के साथ मारपीट कर चुका है। जिसका एक कारण जमीन जायदाद को हड़पना भी बताया जा रहा है। महिला ने बताया कि वह अपने 90 गज के मकान में छोटे बेटे के साथ रहती है। उसका बेटा घर हड़पना चाहता है, इसलिए वह उसे रास्ते से हटाने का प्रयास कर रहा है।

अस्पताल में भर्ती घायल प्रेम लता

अस्पताल में भर्ती घायल प्रेम लता

बेटे ने रात को खुलवाया दरवाजा
डेयरी मोहल्ला पीर वाली गली निवासी प्रेम लता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह शनिवार रात को करीब साढ़े 10 बजे अपने घर पर थी। वहीं उसका छोटा बेटा राहुल भी घर पर ही दूसरे कमरे में था। रात को उसका बेटा राहुल शराब के नशे में आया और दरवाजा खटखटाया। जब दरवाजा खोला तो वह गाली गलौज करने लगा।

बेटे ने मारा चाकू
उन्होंने कहा कि जब उसने अपने बेटे को गालियां देने से मना किया तो वह तैश में आ गया और गला दबाने लगा। इसके बाद उसका बेटा चाकू निकालकर लाया और गर्दन पर चाकू से हमला कर दिया, लेकिन उसने बचने के लिए चाकू को हाथ से पकड़ लिया। लेकिन बेटे द्वारा झटके से खींचने के कारण उसकी उंगलियां कट गई। जिसके कारण वह घायल हो गई।

पुलिस ने अस्पताल में करवाया भर्ती
प्रेम लता ने बताया कि उसकी बेटी व दामाद ने जान बचाई। महिला ने मामले की सूचना पुलिस को दी। पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर घायल को संभाला और उसे उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती करवाया। जहां डॉक्टरों ने उसका उपचार शुरू कर दिया। फिलहाल महिला जिला अस्पताल में उपचाराधीन है। बेटे ने सभी को जान से मारने की धमकी दी।

22 साल पहले हुई थी पति की मौत
प्रेम लता ने बताया कि उसके पति जयसिंह की करीब 22 साल पहले मौत हो गई थी। उस समय उसके छोटे बेटे आरोपी राहुल की उम्र करीब डेढ़ वर्ष थी। पति की मौत के बाद करीब 5-6 साल तक अपने मायके भी रही। वहीं घरों में साफ-सफाई करके अपने चारों बच्चों का पालन पोषण किया। जिस बेटे को इतनी मेहनत से पाला वही आज जान का दुश्मन बन गया है।

सवा माह पहले हुई एक बेटे की मौत
प्रेम लता ने बताया कि उसको 4 बच्चे थे, एक बेटी व 3 बेटे। तीनों बेटों में से बड़ा बेटा शादीशुदा है और अलग रहता है। दोनों छोटे बेटे उसके पास ही रहते थे। उसके बीच वाले बेटे मोनू की करीब सवा माह पहले मौत हो गई थी। जब तक मोनू जीवित था तो छोटा बेटा राहुल भी मारपीट करने से दूर रहता था।

बेटा पहले भी कर चुका मारपीट
प्रेम लता ने आरोप लगाया कि उसके छोटा बेटा राहुल पहले भी उसके साथ मारपीट कर चुका है। करीब 2 माह पहले उसके बेटे ने हेलमेट से सिर पर हमला किया था। वहीं उसका बेटा गली में भी झगड़ा करता रहता है। उसके बेटे ने कोर्ट मैरिज की हुई है, उसने अपनी पत्नी के साथ मिलकर यह जानलेवा हमला किया है।

आरोपी गिरफ्तार
पुरानी सब्जी मंडी के जांच अधिकारी ASI अशोक कुमार ने बताया कि प्रेम लता पर उसके बेटे ने चाकू से हमला करने का मामला सामने आया था। घायल को अस्पताल में भर्ती करवाया और बयान के आधार पर बेटे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी बेटे राहुल को भी गिरफ्तार कर लिया है। प्राथमिक जांच के अनुसार नशे में बेटे ने अपनी मां पर चाकू से हमला किया है।

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मरीजों को देने पड़ रहे पैसे; VIDEO वायरल हुआ तो डॉक्टर बोले-कोई लिया होगा, वही दे रहा | Money is taken for treatment in government hospital of Bilaspur, Chhattisgarh News, Bilaspur Health News

बिलासपुरएक घंटा पहले

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर में एक ऐसा सरकारी अस्पताल है जहां हर प्रकार के इलाज के लिए मरीजों को पैसे देने पड़ रहे हैं। ऐसा आरोप यहां इलाज कराने वाले मरीजों ने ही लगाया है। वहीं डॉक्टर किस तरह से पैसे लेते हैं और ड्रेसर जेब में कैसे भर लेते हैं। इसका वीडियो भी सामने आया है। इसके बाद यहां के डॉक्टर का कहना है कि ऐसी कोई बात नहीं, हां कोई पैसा लिया होगा। वही दे रहा है। मामला मस्तूरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र गरीब मरीजों के उपचार के लिए ग्रामीण क्षेत्रों में खोले गए हैं। मकसद है कि गरीब मरीजों को मुफ्त में उपचार मिल सके। मगर यहां ऐसा नहीं हो रहा है। इस बात की जानकारी तब सामने आई, जब पैसे लेने और उससे संबंधित बातचीत करने का वीडियो सामने आया।

वीडियो में जो कुछ हुआ, यहां पढ़िए, पैसे लेकर दराज में रख देती है…

अस्पताल के अंदर का जो वीडियो सामने आया है। उसमें एनआरएचएम पद पर पदस्थ रानी दीक्षित एक मरीज से रुपए लेकर डॉक्टर के दराज में रखते हुए दिख रही हैं। वो डॉक्टर से कह रही हैं सर एक हजार है-एक हजार देख लीजिए। इसके अलावा अस्पताल में पदस्थ ड्रेसर श्याम रतन भी पैसे लेकर जेब में रखता हुआ दिख रहा है।

ड्रेसर श्याम रतन।

ड्रेसर श्याम रतन।

वीडियो में ड्रेसर एक शख्स से ये भी कह रहा है कि मैं 36 साल ये यहां काम कर रहा हूं..तब तुम पैदा ही नहीं हुए होगे। आगे ड्रेसर कहता है कि सब काम तो हम कर रहे हैं, इस पर एक मरीज कहता है हां वो तो MBBS हैं। फिर ड्रेसर जवाब देता है कि हम तो ऑपरेशन भी कर लेते हैं। मैं चकरभाठा का रहने वाला हूं।

सवाल-जवाब में पढ़े ड्रेसर और मरीज में क्या बात हुई

ड्रेसर –मेरे पास आते तो 500 में कर देता प्लास्टर ।

मरीज– ठीक है चलता हूं।

ड्रेसर (श्याम रतन) – मुझे दे दो।

मरीज– क्या ?

ड्रेसर– मेरे को भी दोगे तब तो बनेगा।

मरीज– आपके भी खर्चा चाहिए?

ड्रेसर– वो बात नहीं है, सब देके जाते हैं।

मरीज– अब आप भी लोगो।

ड्रेसर– हां भाई।मरीज – ये लो भैया। (100 रुपए का नोट देते हुए)

ड्रेसर– मैं ज्यादा नहीं मांगता हूं, मेरे पास आते तो 500 में कर देता, इसके बाद मरीज पैसे देकर चले जाता है।

इसी महिला कर्मचारी ने दराज में पैसे रखे थे।

इसी महिला कर्मचारी ने दराज में पैसे रखे थे।

कम करने कहा तो एक हजार में किया इलाज

यहां जो मरीज इलाज कराने आए थे, उनसे भी पैसे लिए जा रहे हैं। ये बात खुद वहां मौजूद मरीजों ने बताई है। उनका कहना है कि हर इलाज के रेट तय है। एक हजार से 1500 रुपए ले लिए जाते हैं। नाम न छापने की शर्त में मरीज ने बताया हाथ में प्लास्टर लगाने के लिए डॉक्टर अनिल कुमार ने 1500 रुपए मांगे थे। कुछ कम करने के लिए कहा तो 1000 रुपए में इलाज किया गया। उसका कहना था कि ऐसे सरकारी अस्पताल में पैसे लिए जाएंगे तो हम कैसे करेंगे, यहां आए दिन यही हो रहा है।

पट्‌टी के लिए बाहर मेडिकल दुकान भेजा

वहीं एक महिला भी वहां इलाज कराने पहुंची थी। जब उनसे पूछा गया कि रुपए लिया जाते है क्या, तो उसने बताया कि डॉक्टर ने उससे प्लास्टर लगाने के नाम पर हजार रुपए लिए और पट्टी के लिए बाहर मेडिकल दुकान पर भेजा है। जहां 300 रुपए की पट्टी खरीदी है। इस तरह कुल 1500 रुपए उसके खर्च हो गए हैं।

इधर, इस मामले में हमने अस्पताल के उसी डॉक्टर से बात की है, जिस पर पैसे लेने के आरोप है। डॉक्टर का नाम है अनिल कुमार, वे यहां चिकित्सा अधिकारी के रूप में काम करते हैं। उन्होंने कहा कि ना ही किसी से पैसा ले रहा हूं, ना ही दे रहा हूं। कोई पैसा किसी से लिया होगा तो दे रहा है। बाकी लेने देने की कहीं कुछ बात नहीं है। वो स्टाफ है वो पैसा ली थी, 15 दिन पहले ली थी।

महिला मरीज जिससे प्लास्टर करने के बदल भी पैसे लिए गए।

महिला मरीज जिससे प्लास्टर करने के बदल भी पैसे लिए गए।

जांच कराएंगे-BMO

इन सब के अलावा हमने हमने मस्तूरी बीएमओ नंदराज कंवर से भी बात की है। नंदराज कंवर ने कहा कि आपके माध्यम से मामला संज्ञान में आया है। हम जांच कराएंगे।

इस वजह से खोले गए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में सभी मरीजों का मुफ्त में इलाज किया जाता है। इसी इस मकसद ने सरकार ने शुरू भी किया है। साथ ही यहां गर्भवती महिलाओं को इमरजेंसी में उपचार और उन्हें कैसे पोषण आहार देना है, वह भी तय किया जाता है। इन केंद्रों को खोलना का यह भी मकसद है कि ग्रामीण क्षेत्रों में शिशु मृत्‍यु दर एवं मातृत्‍व मृत्‍युदर को कम किया जाए और लोगों को स्वास्थ्य संंबंधी जरूरी जानकारी भी दी जााए।

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शराब के नशे में डॉक्टर ने महिला को मारे थप्पड़

4 दिन पहले कोरबा जिले में शराब के नशे में एक डॉक्टर ने महिला को तमाचे जड़ दिए। BP लो होने पर महिला इलाज कराने आई थी। मगर डॉक्टर उसे थप्पड़ मारने लगा। बेट ने बार-बार इसका विरोध किया। इसके बावजूद वह नहीं माना और एक के बाद एक थप्पड़ जड़े। इस पूरे घटनाक्रम का वीडियो सामने आया था। वीडियो में डॉक्टर ये कहते भी दिखाई दे रहा है कि क्यों पी ली है रे इतना। मामला मेडिकल कॉलेज का है।

गेरवानी निवासी सुखमती की तबीयत बिगड़ गई थी। उसे BP लो होने की शिकायत थी। जिसके बाद उसके परिजन किसी तरह से उसे लेकर मेडिकल कॉलेज लेकर आए थे। उस दौरान रात के वक्त कैजुअल्टी ड्यूटी पर डॉ. गणेश कंवर मौजूद था।पढ़ें पूरी खबर

तहसीलदार ने मांगे लिए शराब

हाल ही में मस्तूरी तहसील कार्यालय में पदस्थ नायब तहसीलदार रमेश कुमार कमार का भी एक वीडियो वायरल हुआ था, जिसमें किसान अपनी जमीन दुरुस्त कराने गया था। उसके काम के एवज में किसान से नयाब तहसीलदार (ब्लेंडर्स प्राइड) शराब मांग रहे थे। वीडियो वायरल होने के बाद में कलेक्टर ने अनुविभागीय अधिकारी राजस्व के प्रतिवेदन के आधार पर कार्रवाई करते हुए नायब तहसीलदार को निलंबित कर दिया था और कठोर अनुशासनात्मक कार्रवाई की अनुशंसा बिलासपुर कमिश्नर से की थी।

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5 हजार बकाया राशि को लेकर बदमाशों ने धारदार हथियार से किया वार, मरा हुआ समझ फेंका | The miscreants attacked with a sharp weapon over 5 thousand dues, threw them as dead

बांका24 मिनट पहले

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अस्पताल में चल रहा इलाज। - Dainik Bhaskar

अस्पताल में चल रहा इलाज।

बांका में 5 हजार बकाया को लेकर दिनदहाड़े अपराधियों ने एक युवक को तेज धारदार हथियार से हमला कर मरा हुआ समझकर बहियार में फेंका। लोगों की सूचना पर पुलिस पहुंची। युवक की सांसे चल रही थी। आनन-फानन में उठाकर अमरपुर रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां युवक की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने आननफानन में भागलपुर के मायागंज अस्पताल रेफर कर दिया।

घटना दोपहर करीब 2: 20 बजे में अमरपुर थाना क्षेत्र का है। घायल युवक की पहचान शाहकुंड थाना क्षेत्र के वासुदेव पुर गांव निवासी रामप्रीत शर्मा का पुत्र जयनारायण शर्मा बताया जा रहा है। जख्मी युवक ने बताया कि बकचप्पर गांव के राहुल सिंह के पास पांच हजार रूपया बकाया था। वहीं बकाया रूपया लेने बकचप्पर गांव आया था। अचानक वहां पर चार अज्ञात लोगों ने मेरे ऊपर हमला कर दिया।पपहरनी स्थान के पश्चिम बहियार के पास मरा हुआ समझकर मुझे फेंक दिया।

इसके बाद मुझे कुछ पता नहीं है मेरे साथ क्या हुआ। इसके बाद युवक बेहोश हो गया। इसके आगे कुछ बता नहीं पाया कि हमला किसने किया।स्थानीय लोगों ने बताया कि गांव की कुछ महिला नीम बहियार धान काटने गई थी। जहां एक खेत में जख्मी हालत में पड़ा देखा। इसपर बहियार में मौजूद लोग भी मौके पर पहुंचे तो युवक का सांस चल रहा था। इसपर ग्रामीणों ने घटना की जानकारी पुलिस को दिया।उक्त घटना को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है। सूचना पाकर दारोगा विक्की कुमार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचकर जख्मी को इलाज के लिए रेफरल अस्पताल लाया। डा. विद्यासागर ने बेहतर इलाज के लिए भागलपुर रेफर कर दिया।घटना को लेकर पुलिस कार्रवाई में जुट गई है।

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Saturday, November 12, 2022

आयुष आयुक्त सोनाली वायंगणकर पहली बार पहुंची पं.खुशीलाल आयुर्वेदिक कॉलेज | Ayush Commissioner Sonali Wayangankar reached Pt.Khushilal Ayurvedic College for the first time

भोपालएक घंटा पहले

आयुष विभाग की नई आयुक्त सोनाली पोन्क्षे वायंगणकर पदभार ग्रहण करने के बाद शनिवार को पं.खुशीलाल शर्मा आयुर्वेदिक कॉलेज पहुंची। जहां उन्हाेंने 50 बेड वाले सुपर स्पेशलिटी पंचकर्म सेंटर का निरीक्षण किया। इस सेंटर का उद्घाटन प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान करेंगे। पंचकर्म सेंटर का काम पूरा होने के बाद नवंबर आखिर या दिसंबर के शुरुआती हफ्ते में इसका उद्घाटन किया जाएगा।

आयुक्त ने इसके अलावा खुशीलाल शर्मा आयुर्वेद महाविद्यालय चिकित्सालय, होम्योपैथी महाविद्यालय और यूनानी महाविद्यालय का भी निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में भर्ती मरीजों से स्वास्थ्य सुविधाओं का फीडबैक भी लिया। न्यूरो-मस्कुलर डिसीज यानी पैरालिसिज के मरीजों ने बताया कि पंचकर्म सुविधा से उन्हें काफी फायदा मिल रहा है।

अस्पताल में मरीजों से बात करती नजर आईं आयुष विभाग की आयुक्त सोनाली पोन्क्षे वायंगणकर।

अस्पताल में मरीजों से बात करती नजर आईं आयुष विभाग की आयुक्त सोनाली पोन्क्षे वायंगणकर।

प्रदेश में बनेंगे 10 पंचकर्म अस्पताल
आयुक्त ने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल का काम जल्द से जल्द पूरा करने के निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने इन अस्पतालों में मरीज और उनके परिजनों के लिए और सुविधाएं उपलब्ध कराने का भी आदेश दिया। इसके अलावा 50 बेड वाले 10 पंचकर्म अस्पताल पूरे मध्य प्रदेश में बनने वाले हैं। इस प्रोजेक्ट के लिए केंद्र सरकार से स्वीकृति भी मिल गई है। ये पंचकर्म अस्पताल इंदौर, सीहोर, नरसिंहपुर, मंडलेश्वर, गुना, भिंड और अमरकंटक में बनाए जा रहे हैं।

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मामला पुलिस हेडक्वार्टर पहुंचा, आईजी ने किया पार्क का दौरा | The matter reached the police headquarters, the IG visited the park

हनुमानगढ़एक घंटा पहले

बीकानेर रेंज आईजी ओमप्रकाश के हनुमानगढ़ पहुंचने पर वाटर पार्क में कारों पर फायरिंग की घटना के संबंध में मामला दर्ज कराने के लिए पीड़ित पक्ष के लोग आईजी से मिले।

रुपयों के लेनदेन को लेकर गांव मानकसर रोही में स्थित वाटर पार्क को लेकर दो पक्षों में चल रहा विवाद पुलिस मुख्यालय जयपुर तक पहुंचने के बाद बीकानेर रेंज आईजी ओमप्रकाश शनिवार को हनुमानगढ़ आए। उनसे कार सवारों पर हुई फायरिंग की घटना के संबंध में मुकदमा दर्ज करने की मांग के संबंध में टिब्बी तहसील निवासी एक युवक ने परिचितों के साथ मुलाकात की।

जानकारी के अनुसार शुभकरण (26) पुत्र ओम बिश्नोई निवासी गांव गिलवाला पीएस टिब्बी ने बताया कि वह पांच नवंबर को अपने जीजा दीक्षांत गोदारा के साथ शाम करीब 6.40 बजे हनुमानगढ़ से चौटाला की तरफ जाते समय रास्ते में गांव मानकसर के पास स्थित वाटर पार्क में कुछ खाने की सामग्री खरीदने के लिए रूका। जैसे ही वे वाटर पार्क में पहुंचे तो वहां तीन-चार जने हथियारों के साथ खड़े थे। एक के पास पिस्टल व अन्य के पास देसी कट्टे थे। इन लोगों ने उन्हें रोका तो उन्होंने कहा कि वे खाने का सामान खरीदने आए हैं। तभी सामने से 30-40 जने धारदार हथियारों से लैस होकर आए और उन पर हमला कर दिया। इन लोगों ने उसकी कार के आगे व पीछे के शीशे, साइड डोर की विंडो ग्लास को तोड़कर कार को क्षतिग्रस्त कर दिया।

यह मामला जयपुर पहुंचने के बाद डीजीपी उमेश मिश्रा ने इस मामले में संज्ञान लेते हुए प्रारंभिक तौर पर संगरिया थानाप्रभारी हनुमानाराम को निलंबित कर दिया था। उनका मुख्यालय भरतपुर रखा गया है। बता दें, इस मामले में गत शनिवार को वाटर पार्क में फायरिंग की सूचना थी, लेकिन संगरिया पुलिस ने इसे अफवाह बताया। इस बीच वाटर पार्क में पहुंचे कुछ लोगों ने वहां लाठियों और हथियारों से लैस 200 से अधिक लोगों का जमावड़ा बताया था, लेकिन पुलिस ने इस मामले में कोई एक्शन नहीं लिया। इस बीच कोई सुनवाई नहीं होने पर मामले की शिकायत पुलिस मुख्यालय तक की गई, जिस पर पुलिस महानिदेशक ने मामले की गंभीरता को देखते हुए पहले यहां विजिलेंस टीम भिजवाई, फिर सीआई को निलंबित कर दिया। बताया जा रहा है कि इस मामले में पुलिस के उच्चाधिकारी भी शक के दायरे में हैं, जिन पर कार्रवाई हो सकती है। मामले में पीड़ित आतिश गर्ग का कहना है कि कुछ लोगों ने वाटर पार्क में उसके स्टाफ और आमजन को खदेड़ने की कोशिश करते हुए फायर किए थे। इससे एक-दो गाड़ियां क्षतिग्रस्त हुईं थी, लेकिन जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। घटना के बाद संगरिया पुलिस के अलावा उच्चाधिकारियों को गुहार लगाई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई।

जनप्रतिनिधियों को अफसरों ने इस मामले से दूर रहने की दी हिदायत
वाटर पार्क संचालक आतिश गर्ग ने गत शनिवार को हुए विवाद के बाद पक्ष-विपक्ष के जनप्रतिनिधियों से इस संबंध में मदद की गुहार लगाई थी। इस बीच एक जनप्रतिनिधि ने तो खुद के नाम इकरारनामा होने की बात कहते हुए पुलिस अफसरों को इसमें मदद करने को भी कहा, लेकिन अफसरों ने इसे उच्च स्तर का मामला बताते हुए जनप्रतिनिधि को ही इस मामले से दूर रहने की राय दे डाली। विपक्ष के एक बड़े नेता से गुहार लगाई, तो उन्होंने भी पुलिस अधिकारियों को कॉल किए, लेकिन पार नहीं पड़ी। इस बीच पीड़ित पक्ष ने जयपुर में पुलिस महानिदेशक से गुहार लगाई तो एक्शन हुआ।

पुलिस ने बोला झूठ, फायर हुए थे, कार पर भी लगे, भास्कर के पास फोटो
वाटर पार्क में फायर होने की घटना के दिन संगरिया पुलिस के अधिकारियों ने इसे अफवाह बताया था, लेकिन मौके पर एक-दो कारों व टेंपो में गोलियां लगने से शीशे टूट गए थे। भास्कर ने सीआई के निलंबन के बाद पड़ताल की तो एक कार का फोटो सामने आया, जिसमें गोली लगने के निशान के साथ ही शीशा टूटा नजर आ रहा है। यह साबित कर रहा है कि पुलिस अधिकारियों ने झूठ बोला था और घटनाक्रम का सच दबाने का प्रयास कर रहे थे।

यह है पूरा मामला
गांव मानकसर रोही में संचालित वाटर पार्क के संचालक आतिश गर्ग के पिता का श्रीगंगानगर के एक व्यक्ति से रुपयों का लेन-देन था। संचालक के पिता का निधन हो चुका है और उसके बाद श्रीगंगानगर का व्यवसायी रुपए वापस लौटाने की डिमांड कर रहा है, जिस कारण दोनों पक्षों में विवाद चल रहा है। पिछले दिनों वाटर पार्क संचालक ने जंक्शन में एक पहलवान पर श्रीगंगानगर के राकेश नारंग के नाम से रुपए मांगने और नहीं देने पर जान से मारने की धमकी देने का केस दर्ज करवाया था। वहीं राकेश नारंग पुत्र भजनलाल ने आतिश पुत्र बालकिशन व अन्य पर वाटर पार्क बेचने का सौदा कर रजिस्ट्री नहीं कराने और दस्तावेज छीनने की कोशिश के आरोप में संगरिया थाने में केस दर्ज कराया था। इस विवाद के बीच 150-200 लोगों ने वाटर पार्क पर गत शनिवार को कब्जा करने की कोशिश की। इस दौरान झगड़ा हुआ और वहां काम कर रहे स्टाफ से हाथापाई के साथ फायर भी किए गए, हालांकि गोली किसी को लगी नहीं थी। हालांकि पानी के कैंपर की सप्लाई देने वाले एक टेंपो व कार के शीशा गोली लगने से टूट गए थे।

पुलिस मुख्यालय ने किया है निलंबित
एसपी डॉ. अजयसिंह राठौड़ से संपर्क करने पर उन्होंने बताया कि संगरिया एसएचओ को पुलिस मुख्यालय ने निलंबित किया है। निलंबन के संबंध में आदेश मिले हैं, लेकिन किन कारणों से किया गया है इसकी विस्तृत जानकारी हमें नहीं मिल पाई है।

जयपुर से आई जांच टीम कर रही अलग से जांच
पुलिस मुख्यालय के निर्देश पर जयपुर की एक टीम यहां आकर अलग से जांच कर रही है। ऐसे में यह तय है कि इस मामले में किस पुलिस अधिकारी की क्या भूमिका रही, इसकी पड़ताल होगी। इसमें कुछ और पुलिस अधिकारियों पर निलंबन की गाज गिर सकती है।

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फ्लैट बंद करके दिल्ली-एनसीआर कमांडर प्रकाश झा फरार, खुद को कानून से ऊपर मानता है ये संगठन | Delhi-NCR Commander Prakash Jha absconding by closing the flat, this organization considers itself above the law

गाजियाबाद2 घंटे पहले

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गाजियाबाद के इंदिरापुरम में फ्लैट की पार्किंग में खड़ी इन दोनों गाड़ियों की प्लेट पर ULTC लिखा हुआ है। - Dainik Bhaskar

गाजियाबाद के इंदिरापुरम में फ्लैट की पार्किंग में खड़ी इन दोनों गाड़ियों की प्लेट पर ULTC लिखा हुआ है।

गाजियाबाद पुलिस ने यूनिवर्सल लॉ ऑफ कम्युनिटी ट्रस्ट (ULCT) की दो गाड़ियां इंदिरापुरम क्षेत्र से बरामद की हैं। पता चला है कि ये दोनों कारें ULCT के दिल्ली-एनसीआर कमांडर प्रकाश झा की हैं, जो वसुंधरा सेक्टर-तीन में रहता है। हरियाणा के रोहतक में कुछ मेंबरों की गिरफ्तारी के बाद प्रशांत झा इस घर को छोड़कर अंडरग्राउंड हो गया है।

पहले पूरा मामला समझिए…
नेशनल हाईवे-44 स्थित रोहतक जिले के भिगान टोल प्लाजा पर 30 अक्टूबर को मैनेजर को हथकड़ी लगाकर अगवा करने के प्रयास हुआ था। पुलिस ने इस मामले में 4 गाड़ियों में सवार 10 लोगों को गिरफ्तार किया। खुलासा हुआ कि ये सभी यूनिवर्सल लॉ ऑफ कम्युनिटी ट्रस्ट (ULCT) के मेंबर हैं। ULCT की तरफ से इन्हें अलगाववाद का पाठ पढ़ाया गया था, जिसके बाद ये मेंबर खुद को कानून व्यवस्था और संविधान से ऊपर मानने लगे थे।
इतना ही नहीं, ये लोग अपनी कार की प्लेट पर नंबर लिखने की जगह ULTC लिखकर चलते हैं। ये मानते हैं कि इन पर भारत का कोई कानून लागू नहीं होता। इसके मेंबर न सीट बेल्ट लगाते और न ही कोई टोल फीस देते।

हरियाणा के रोहतक में पिछले महीने टोल प्लाजा मैनेजर को अगवा करने की कोशिश में 10 आरोपी पकड़े थे, जो ULTC मेंबर हैं।

हरियाणा के रोहतक में पिछले महीने टोल प्लाजा मैनेजर को अगवा करने की कोशिश में 10 आरोपी पकड़े थे, जो ULTC मेंबर हैं।

ग्रीस देश से चल रहा ये संगठन

पुलिस जांच में पता चला कि ये संगठन ग्रीस देश से संचालित हो रहा है। इस संगठन के द्वारा अपने देश का कानून नहीं मानने, विद्रोह करने, बैंकों का कर्ज नहीं लौटाने के लिए लोगों को ब्रेनवॉश किया जाता है। कुल मिलाकर ये संगठन अपनी अलग ही दुनिया के सपने दिखाकर लोगों को एक तरह से अपराध में धकेलता है। आरोपियों से पूछताछ में पता चला कि ये सभी दिल्ली-एनसीआर कमांडर प्रकाश झा से जुड़े हुए हैं।

गाड़ियों का चेसिस-इंजन नंबर मिटाया
इंदिरापुरम थाने के इंस्पेक्टर देवपाल सिंह पुंडीर ने बताया, दोनों गाड़ियां जहां पर खड़ी मिली हैं, वहां फ्लैट में प्रकाश झा परिवार सहित रहता है। पता चला है कि वो पिछले करीब 8-10 दिन से लापता है। दोनों गाड़ियों का चेसिस और इंजन नंबर मिटाया गया है। गाड़ियों की प्लेट पर नंबर भी पूरा लिखा हुआ नहीं है। इंस्पेक्टर ने बताया कि हरियाणा पुलिस को सूचित कर दिया गया है।

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मंत्री की पहल पर सक्रिय हुई पुलिस, बदमाशों से बचाकर थाने में रखा; वापस लाने जाएगी टीम | Chhattisgarh laborer attacked in Tamil Nadu: Police activated on minister's initiative, saved from miscreants and kept in police station, team will go to bring back

रायपुर2 घंटे पहले

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रामप्रसाद को पुलिस ने एक अस्पताल में भर्ती कराया है। भाषा की वजह से उसे इलाज में भी दिक्कत हो रही है। - Dainik Bhaskar

रामप्रसाद को पुलिस ने एक अस्पताल में भर्ती कराया है। भाषा की वजह से उसे इलाज में भी दिक्कत हो रही है।

छत्तीसगढ़ के एक मजदूर पर तमिलनाडु के कोयम्बटूर में हमला हुआ है। कुछ हथियारबंद बदमाशों ने मजदूर को मारा है। इसकी जानकारी के बाद खाद्य एवं संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत ने पुलिस की मदद ली है। तमिलनाडु पुलिस से संपर्क कर मजदूर को बचा लिया गया है। अब उसे एक थाने में सुरक्षित ले आये हैं।

बताया जा रहा है, अम्बिकापुर जिले का भरतपुर निवासी रामप्रसाद मजदूरी के लिए तमिलनाडु गया हुआ है। वह शुक्रवार को चेन्नई से कोयम्बटूर जा रहा था। रास्ते में ट्रेन में सवार कुछ लोगों उसके ऊपर हमला कर दिया। बदमाश आगे भी उसके साथ मारपीट की बात कर रहे थे। घबराकर वह कोयम्बटूर में ट्रेन से उतरकर भाग गया।

मारपीट से रामप्रसाद घायल है। इसकी जानकारी उसने परिजनों को दी। परिजनों ने स्थानीय विधायक अमरजीत भगत से मदद मांगी। मामले की जानकारी लेने के बाद मंत्री अमरजीत भगत ने रायपुर एसएसपी को इसकी जानकारी देकर मजदूर को बचाने की व्यवस्था करने को कहा। रायपुर पुलिस की मदद से मजदूर रामप्रसाद को सुरक्षित बचा लिया गया।

मजदूर रामप्रसाद को कोयम्बटूर के सिंगलूर थाना में सुरक्षित लाया गया। अब पुलिस की देखरेख में उसका इलाज वहां स्थानीय अस्पताल में कराया जा रहा है। मंत्री अमरजीत भगत ने बताया, पुलिस की मदद से जल्द ही मजदूर रामप्रसाद को छत्तीसगढ़ लाया जाएगा।

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पटना पुलिस ने 4 घंटे के अंदर आरोपियों को गिरफ्तार किया, हथियार भी बरामद | Patna Police arrested accused within 4 hours, weapons also recovered in patna; bihar bhaskar latest news

पटना38 मिनट पहले

पटना पुलिस ने लूट के 4 घंटा के अंदर ही लूटी गई सामानों के साथ शनिवार को चार अपराधियों को दबोचा है। पुलिस ने उनके पास से भारी मात्रा में हथियार नगद रुपए और मोबाइल जब्त किए हैं। घटना की जानकारी देते हुए फतुहा डीएसपी राजेश मांझी ने बताया कि शनिवार को फतुहा थाना के सू पंचक ओवर ब्रिज के पास कुछ अपराधियों ने हथियार के बल पर एक बाइक सवार से उसकी गाड़ी लूट ली।

घटना की सूचना अविलंब फतुहा थाने को दी गई। सूचना मिलते हैं फतुहा थाना के डीएसपी और थाना प्रभारी ने आनन-फानन में एक टीम गठन कर अपराधियों की टो में छापेमारी शुरू कर दी। इसी क्रम में पुलिस ने घटना से कुछ ही दूरी पर चार अपराधियों को संदेह के आधार पर गिरफ्तार किया। पुलिस ने जब उनसे पूछताछ की तो पूरे मामला का उद्भेदन हो गया।

पुलिस ने अपराधियों के पास से लूटी गई मोबाइल, एक गाड़ी, ₹24000 नगद, 1 किलो गांजा, 5 मोबाइल, दो कट्टा, चार कारतूस एवं एक चाकू बरामद किया है। गिरफ्तार अपराधियों में रामानंद यादव, रहीम कुमार, पंकज कुमार, प्रिंस ऑफ नीतीश कुमार शामिल है। डीएसपी राजेश कुमार ने बताया कि लूट की वारदात में शामिल मोस्ट वांटेड अपराधी रामानंद यादव और प्रिंस कुमार है। जिसका अपराधी इतिहास रहा है। वह कई कांडों में पूर्व में भी जेल जा चुका है।

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बाल-बाल बचीं, चालक फरार, ड्यूटी कर जा रही थीं कानपुर | Saved narrowly, the driver absconded, was doing duty in Kanpur

उन्नाव14 मिनट पहले

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उन्नाव में हादसे के बाद पुलिस को जानकारी देतीं कानूनगो। - Dainik Bhaskar

उन्नाव में हादसे के बाद पुलिस को जानकारी देतीं कानूनगो।

उन्नाव सदर तहसील के बेथर क्षेत्र की कानूनगो देर शाम कार से कानपुर अपने घर जा रही थी। इस दौरान हाईवे स्थित त्रिभुवन खेड़ा के पास अनियंत्रित डंपर ने उनकी कार में टक्कर मार दी। हादसे में कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं, कानूनगो बाल बाल बच गईं। एक्सीडेंट की सूचना पर पहुंची पुलिस ने डंपर को कब्जे में लिया है।

कानपुर चकेरी थाना क्षेत्र के रामादेवी निवासी आकांक्षा मिश्रा उन्नाव सदर के बेथर क्षेत्र में कानूनगो के पद पर तैनात हैं। शाम करीब पौने सात बजे वह कार से कानपुर अपने घर जा रही थीं। वह गंगाघाट कोतवाली क्षेत्र के हाईवे स्थित त्रिभुवन खेड़ा गांव के पास पहुंचीं तभी पीछे से आ रहे एक डंपर ने उनकी कार को ओवरटेक करने का प्रयास किया। इस दौरान डंपर अनियंत्रित हो गया और कार मेंटक्कर मार दी।

हादसे के बाद पुलिस ने डंपर को कब्जे में लिया है।

हादसे के बाद पुलिस ने डंपर को कब्जे में लिया है।

पुलिस ने डंपर को कब्जे में लिया

टक्कर लगते ही कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं, कार में सवार कानूनगो वह बाल बाल बच गई। दुर्घटना देख आस पास के लोग दौड़े। इसी बीच चालक डंपर छोड़कर मौके से भाग निकला। कानूनगो ने घटना की जानकारी पुलिस और अपने इंजीनियर पति विजय कुमार अवस्थी को दी। सूचना पर जाजमऊ चौकी इंचार्ज हसमत अली मौके पर पहुंचे और डंपर को कब्जे में लिया है। चौकी इंचार्ज ने बताया कि घटना की तहरीर के आधार पर अभियोग पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई की जाएगी। एक्सीडेंट के चलते हाईवे पर जाम की स्थिति बनी रही। एक्सीडेंट की सूचना पर तहसीलदार सदर विराग ने हाल चाल जाना।

उन्नाव में हादसे के बाद लगा जाम।

उन्नाव में हादसे के बाद लगा जाम।

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परासिया की रावनवाड़ा खास में युवती ने किया सुसाइड का प्रयास, छिंदवाड़ा रेफर | The girl attempted suicide in Parasia's Rawanwada Khas, referred to Chhindwara

छिंदवाड़ाएक घंटा पहले

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रावनवाडा खास में 22 वर्षीय युवती ने शनिवार को कीटनाशक का सेवन कर लिया। युवती को गंभीर हालत में परासिया अस्पताल लाया गया। यहां से उसे छिंदवाडा रिफर किया गया। युवती फोन पर बात कर रही थी। मां और रिश्तेदार ने फोन पर बात करने के लिए डांटा और पूछा कि मोबाइल कहां से आया। किससे बात कर रही है। इसके बाद युवती की मौसी अपने घर चली गई।

युवती की मां भी किसी काम से चली गई। हल्ला होने और आवाज आने पर देखा कि युवती उल्टी कर रही है। उसके हाथ में कोई बोतल थी उसने कीटनाशक पी लिया था। उसको नमक का पानी पिलाकर उल्टियां कराई गई।

इसके बाद परासिया अस्पताल लाया गया। डा प्रवीण सोनी ने युवती का उपचार किया और प्राथमिक उपचार के बाद उसे छिंदवाडा रेफर किया गया। युवती की अचेत थी। उसकी हालत गंभीर थी।

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पुलिस ने चलाया सर्च ऑपरेशन, एक घंटे बाद बगल में मिली | Police conducted search operation, found next to one hour later

बांसवाड़ाएक घंटा पहले

देर शाम चेतक कॉम्पलेक्स के बाहर बच्ची के गायब होने की सूचना के बाद पहुंची पुलिस।

घर के बाहर खेल रही पांच साल की बच्ची एकाएक गायब हो गई। इसके बाद लड़की की तलाश में पुलिस ने करीब एक घंटे तक सर्च ऑपरेशन चलाया। तब जाकर पता चला कि लड़की समीप के किसी घर में नन्हे बच्चे के साथ खेल रही है। तब जाकर पुलिस और परिवार ने राहत की सांस ली। मामला राजतालाब थाने का है।

गुम होने वाली बच्ची अक्षिता।

गुम होने वाली बच्ची अक्षिता।

ASI रघुवीरसिंह ने बताया कि चेतक कॉम्पलेक्स के तीसरे माले पर एक परिवार किराए पर रहता है, जहां मीना पत्नी मणिलाल नाम की महिला उसके पति के साथ रहती है। गायब हुई लड़की मीना की 5 साल की भतीजी अक्षिता उर्फ बॉड़ी है। शाम के समय अक्षिता हमेशा की तरह कॉम्पलेक्स से नीचे सड़क पर खेलने निकली थी। देर शाम उसकी भुआ उसे ढूंढने आई तो उसका अता-पता नहीं चला। इस बीच लोगों की भीड़ मौके पर जमा हो गई। सूचना पुलिस को भी मिली। इसके बाद सर्च ऑपरेशन चलाया गया। करीब एक घंटे बाद पता चला कि नीचे खेलते समय किसी नन्हे बच्चे से अक्षिता की दोस्ती हो गई थी। इसके बाद वह बच्चे के साथ उसके घर जाकर खेलने लगी। लोग इकट्‌ठा हुए तो पड़ौस में रहने वाले परिवार ने उत्सुकता से भीड़ का कारण पूछा। तब पता चला कि लड़की की तलाश हो रही है। इसके बाद महिला ने लड़की को उसके परिवार को सौंपा। इसके बाद पुलिस ने भी राहत की सांस ली। बता दें कि अक्षिता यहां भुआ के साथ रहती है। यहां वह फर्स्ट क्लास में पढ़ रही है। वह मूलत: सेंगलापाड़ा थाना आंबापुरा की रहने वाली है, जिसके पिता का नाम कालूराम है।

लड़की गुम होने की सूचना पर चेतक कॉम्पलेक्स के बाहर जुटी लोगों की भीड़।

लड़की गुम होने की सूचना पर चेतक कॉम्पलेक्स के बाहर जुटी लोगों की भीड़।

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BJP को मोदी मैजिक से उम्मीद, लेकिन बागियों से खतरा; कांग्रेस को ट्रेंड और पेंशन स्कीम से आस | Himachal Pradesh Assembly election 2022 | Analytic | PM Narinder Modi | Voting | Himachal Government

शिमला9 मिनट पहलेलेखक: देवेंद्र हेटा

हिमाचल प्रदेश विधानसभा की सभी 68 सीटों के लिए शनिवार को मतदान हुआ। 5 बजे तक 65.50% वोट पड़े। हालांकि यह फाइनल आंकड़े नहीं हैं, क्योंकि 5 बजे के बाद भी राज्य के 12 जिलों में लगभग 100 बूथों पर मतदाताओं की लाइनें लगी रहीं। 2017 के विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड 75.57% वोटिंग दर्ज की गई थी। इस बार भी मतदान का फाइनल आंकड़ा 70% के आसपास पहुंच सकता है।

राजनीतिक जानकारों के अनुसार, पिछली बार से 5% कम मतदान डिसाइडिंग फैक्टर हो सकता है। इस बार लोगों का मतदान ‘रिवाज’ बदलने के लिए है या ‘राज’ बदलने के लिए, यह तो 8 दिसंबर को ही पता चलेगा, मगर प्रचार-पोलिंग और वोटिंग पर्सेंट से मिल रहे संकेत किस ओर इशारा कर रहे हैं, यह जानने के लिए पढ़िए दैनिक भास्कर का एनालिसिस…

हिमाचल प्रदेश में इस बार कांग्रेस और भाजपा में कांटे की टक्कर रही। 68 में से लगभग 24 सीटें ऐसी रहीं, जहां दोनों दलों के बागियों ने मुकाबला त्रिकोणीय बनाया। इनमें से 10 सीटों पर तो बागी मुख्य मुकाबले में नजर आए। अब प्रदेश की सत्ता किसे मिलेगी? इसका फैसला इन्हीं 10 सीटों के नतीजे करेंगे।

मतदान से 6 दिन पहले यानी 4 नवंबर तक राज्य में कांग्रेस अच्छी स्थिति में दिख रही थी। 5 और 9 नवंबर को हिमाचल के 4 जिलों में हुई प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 4 रैलियों के बाद ‌‌BJP की स्थिति में सुधार हुआ। विपक्ष में होने के नाते कुछ फैक्टर कांग्रेस पार्टी के पक्ष में जरूर गए, लेकिन BJP ने जिस तरह चुनाव-प्रचार का पूरा ताना-बाना PM मोदी के चेहरे के इर्द-गिर्द बुना, उसका फायदा पार्टी को निश्चित तौर पर मिलता दिख रहा है।

BJP को सबसे बड़ा खतरा बागियों से तो उम्मीद भी उन्हीं से
5 साल की एंटी इनकमबेंसी, ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) पर ढुलमुल स्टैंड, बेरोजगारी, महंगाई और बड़ी संख्या में बागियों का मैदान में उतरना BJP के खिलाफ जाता दिख रहा है। कांग्रेस के लिए इन्हीं चीजों ने प्लस पॉइंट का काम किया।

राजनीतिक जानकार मानते हैं कि बागी BJP को 12 सीटों पर सीधा नुकसान पहुंचा रहे हैं। राज्य की 68 विधानसभा सीटों में से 21 सीटों पर टिकट न मिलने से नाराज होकर BJP के नेता निर्दलीय चुनाव मैदान में उतरे। कांग्रेस की स्थिति इस मामले में कुछ बेहतर रही, क्योंकि उसे 7 सीटों पर ही बगावत का सामना करना पड़ा।

यह बात सही है कि कांग्रेस के मुकाबले BJP के बागियों की संख्या अधिक रही, लेकिन अगर यह बागी जीते तो इनके भाजपा में ही वापसी करने के चांस ज्यादा रहेंगे। उस सूरत में BJP की सरकार बनने के चांस बढ़ जाएंगे।

PM ने भांप लिया, बगावत से हो रहा नुकसान
राज्य में 5 साल से सरकार चला रही BJP इस बार ‘रिवाज’ बदलने का नारा लेकर मैदान में उतरी। एंटी इनकमबेंसी से निपटने के लिए पार्टी ने अपने 10 सीटिंग MLA के टिकट काट दिए और 2 मंत्रियों की सीटें बदल दीं। ‘अनुशासित’ मानी जाने वाली BJP में इस फैसले के बाद जिस तरह की बगावत देखने को मिली, वैसा हिमाचल के इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया।

राज्य की कुल 68 सीटों में से 31% यानि 21 सीटों पर BJP के ही नेता आजाद होकर मैदान में उतर गए। हिमाचल से ही ताल्लुक रखने वाले BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा समेत सभी नेताओं ने इन बागियों को मनाने के लिए सारे जत्न कर लिए, मगर सफलता नहीं मिली।

PM नरेंद्र मोदी भी चुनाव में बागियों की वजह से हो रहे नुकसान को भांप चुके थे। इसी वजह से उन्हें सोलन, हमीरपुर, कांगड़ा और मंडी जिले में की गई अपनी आखिरी चारों रैलियों में मंच से अपील करनी पड़ी कि लोग अपना वोट पार्टी कैंडिडेट का चेहरा देखकर नहीं, बल्कि ‘कमल’ का फूल देखकर दें। मोदी को यहां तक कहना पड़ गया कि कमल के फूल काे दिया गया हर वोट खुद उन्हें मजबूत करने का काम करेगा।

हिमाचल भाजपा के नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। वर्ष 1984 के बाद यह पहला मौका रहा जब धूमल प्रदेश में चुनाव से दूर रहे।

हिमाचल भाजपा के नेता और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल ने इस बार विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा। वर्ष 1984 के बाद यह पहला मौका रहा जब धूमल प्रदेश में चुनाव से दूर रहे।

धूमल फैक्टर भी अहम
हिमाचल के पूर्व CM प्रेम कुमार धूमल ने इस बार चुनाव नहीं लड़ा। 1984 के बाद यह पहला मौका रहा, जब धूमल चुनावी दंगल से बाहर रहे। BJP के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्‌डा और धूमल के बीच 36 का आंकड़ा है। मुख्यमंत्री जयराम ने भी पिछले 5 बरसों में धूमल समर्थकों को भाव नहीं दिया। राज्य में यह चर्चा आम है कि अपने समर्थकों की अनदेखी के कारण ही धूमल इस बार न चुनावी रण में उतरे, न प्रचार के लिए हमीरपुर जिले से बाहर निकले।

पहाड़ की परंपरा कांग्रेस के पक्ष में
हिमाचल प्रदेश में हर 5 साल बाद सरकार बदलने का ‘रिवाज’ है और इस नाते यह बात भी कांग्रेस के पक्ष में है। साल 1986 से आज तक हिमाचल में कोई भी पार्टी अपनी सरकार रिपीट नहीं कर पाई। वीरभद्र सिंह, शांता कुमार और प्रेम कुमार धूमल जैसे दिग्गज नेता भी अपनी पार्टी को लगातार दूसरी बार सत्ता में नहीं पहुंचा सके।

वीरभद्र सिंह अब इस दुनिया में नहीं हैं और शांता-धूमल की जोड़ी इस चुनाव से ‘बाहर’ रही। यही वजह रही कि BJP ने भी मिशन रिपीट को सफल बनाने के लिए CM जयराम की जगह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का चेहरा सामने रखा।

दूसरी ओर कांग्रेसी नेता अपनी रैलियों में हिमाचली लोगों से पहाड़ का रिवाज कायम रखने की अपील करते रहे।

OPS कांग्रेस का सबसे बड़ा हथियार
हिमाचल में किसकी सरकार बनेगी, इसमें राज्य के कर्मचारी अहम भूमिका निभाते हैं। इस विधानसभा चुनाव में कर्मचारियों से जुड़ी ओल्ड पेंशन स्कीम (OPS) सबसे बड़ा मुद्दा रही। कांग्रेस ने इस मुद्दे को आक्रामक तरीके से उठाया। वहीं BJP पूरी तरह बैकफुट पर नजर आई।

राज्य के लगभग हर दूसरे घर का कोई न कोई मेंबर सरकारी नौकरी में है, जिन्हें OPS का इश्यू सीधा प्रभावित करता है। इसी वजह से कांग्रेस ने अपनी 10 गारंटियों में OPS को सबसे ऊपर रखा और सरकार बनने के बाद पहली ही कैबिनेट में इसे लागू करने का ऐलान किया।

BJP को ‘मोदी मैजिक’ से उम्मीद
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस समय देश के सबसे बड़े स्टार प्रचारक हैं और उनका मैजिक देश के कई राज्यों में चल चुका है। हिमाचल में मोदी और BJP के दूसरे तमाम नेताओं ने आक्रामक ढंग से कैंपेनिंग की। अगर उत्तराखंड, UP और हरियाणा की तरह हिमाचल में भी मोदी का जादू चल गया तो BJP सत्ता में वापसी कर सकती है।

दूसरी ओर कांग्रेस ने अपनी कैंपेनिंग स्थानीय मुद्दों के इर्द-गिर्द ही फोकस रखी। उसने महंगाई के अलावा बेरोजगारी, OPS, पुलिस भर्ती और PPE किट में घोटाले का मुद्दा उठाया। पार्टी ने सेब बागवानों के मुद्दे भी उठाए।

मंडी-कांगड़ा में घट सकती हैं BJP की सीटें
वर्ष 2017 के चुनाव में मंडी जिला की 10 में से 9 सीटें भाजपा के पास थीं, जबकि जोगेंद्रनगर से निर्दलीय जीते। MLA प्रकाश राणा भी भाजपा के साथ रहे। इसी तरह कांगड़ा जिला में भी BJP के पास 15 में से 11 सीटें थीं। कांग्रेस के 3 ही विधायक विधानसभा पहुंचे थे। इस बार इन दोनों जिलों में BJP को कुछ सीटें गंवाकर झटका लग सकता है। सोलन, सिरमौर, बिलासपुर, हमीरपुर जिलों में बराबरी का मुकाबला लग रहा है।

हिमाचल में 15 साल बाद घटा मतदान प्रतिशत
हिमाचल में वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव के बाद हर चुनाव में पोलिंग प्रतिशत बढ़ा है। वर्ष 2007 के विधानसभा चुनाव में 71.61% पोलिंग हुई थी, जो 2012 के चुनाव में बढ़कर 73.51% पर पहुंच गई। साल 2017 के चुनाव में इसमें लगभग 2 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई और पोलिंग प्रतिशत बढ़कर 75.56% पर पहुंच गया।

वोटिंग प्रतिशत बढ़ने पर हर बार सत्ता परिवर्तन हुआ। इस बार अभी तक मतदान प्रतिशत के फाइनल आंकड़े नहीं आए हैं, लेकिन यह 71% के आसपास रह सकता है। ऐसे में 4% कम मतदान नतीजों को किसी भी तरफ मोड़ सकता है।

ओपिनियन पोल BJP के पक्ष में
हिमाचल में मतदान से पहले 4 ओपिनियन पोल आए। इनमें से 3 में प्रदेश में भाजपा की सरकार रिपीट होती दिखाई गई, जबकि चौथे में कांग्रेस को बहुमत मिलता दिखाया गया। अगर यह ओपिनियन पोल सही साबित हुए तो प्रदेश में 35 साल बाद कोई पार्टी सरकार रिपीट करेगी।

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कपूरथला में लोक अदालत में टूटे परिवार को जोड़ा; डेढ़ वर्ष से पिता के साथ था | Kapurthala Lok Adalat - Amandeep's 12th birthday with mother, united the family.

कपूरथला37 मिनट पहले

कपूरथला की लोक अदालत में मामले को सुनते सेशन जज व अन्य।

पंजाब के कपूरथला में जिला एवं सेशन जज अमरेंद्र सिंह ग्रेवाल की अध्यक्षता में आयोजित नेशनल लोक अदालत में आज एक टूटते हुए परिवार को जोड़कर डेढ़ वर्ष से पिता के साथ रह रहे बेटे अमनदीप को उसकी मां से मिलाया है। वहीं कोर्ट में बेटा अपने 12 वें जन्मदिन से 4 दिन पहले अपनी मां से मिलकर बेहद खुश हुआ।

नेशनल लोक अदालत के आज के आयोजन में कपूरथला की सभी डिवीजन में 18 बैंचो का गठन कर 4202 केस टेकअप किए गए। जिनमें से 1150 केसों का निपटारा कर 12,70,12,333 रुपए के अवार्ड पास किये है।

वहीं लोक अदालत के दौरान सेशन जज अमरिंदर सिंह ग्रेवाल तथा उनके जजों की टीम ने एक पारिवारिक मामले ( सुखजीत कौर vs सरबजीत सिंह ) जिसमें पति-पत्नी को काउंसिलिंग करने के उपरांत दोनों को एक साथ अपने बेटे सहित रहने के लिए सहमत किया। दोनों का विवाह 1 मार्च 2010 को हुआ था और लगभग 2 वर्षों से मनमुटाव के कारण अलग अलग रह रहे थे।

बेटा अमनदीप सिंह जोकि माता पिता के विवाद के चलते अपनी मां से दूर पिता के साथ बठिंडा रह रहा था को उसकी मां से मिलवा दिया गया। बेटे अमनदीप सिंह ने यह भी बताया की 4 दिन बाद 16 नवंबर को उसका बारहवां जन्मदिन है।

लोक अदालत में अपनी मां के पास बैठा बच्चा।

लोक अदालत में अपनी मां के पास बैठा बच्चा।

उन्होंने यह भी बताया कि नेशनल लोक अदालत में चैक बाउंस के मामले, बैंक रिकवरी केस, लेबर मैटर्स, बिजली व पानी के बिलों सबंधी मामले, वैवाहिक मामले, लैंड एक्यूजिशन केस, सर्विस मैटर्स, रेवन्यू केस व अन्य सिविल मैटर्स, रैंट, इंजक्शन सूट, स्पेसिफिक परफॉर्मेंस आदि के लंबित व प्री-लिटिगेटिव केस शामिल किए गए।

जिला कानूनी सेवा अथॉरिटी सचिव जज अमनदीप कौर ने बताया कि पंजाब सरकार कानूनी सेवा अथॉरिटी मोहाली के दिशा निर्देशों के अनुसार जिला कानूनी सेवा अथॉरिटी की तरफ से नेशनल लोक अदालत का आयोजन जिला एवं सेशन जज अमरिंदर सिंह ग्रेवाल की अध्यक्षता में किया गया जिसमे कपूरथला कोर्ट कॉम्प्लेक्स में 11, फगवाड़ा में 4, सुल्तानपुर लोधी में 2 तथा भुलत्थ कोर्ट कंपलेक्स में एक बेंच गठित किया गया।

इस मौके पर जिला एवं सेशन जज अमरिंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि लोक अदालत में केसो का निपटारा होने से समय तथा धन दोनों की ही बचत होती है। वहीं इस फैसले के खिलाफ कहीं भी अपील नहीं होती। लोक अदालत में होने वाले फैसलों में दोनों ही पक्षों की जीत होती है।

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एक को कुचला, ग्रामीणों ने बिजली के टावर पर चढ़कर बचाई जान | One crushed, villagers saved their lives by climbing an electric tower

बोकारो3 घंटे पहले

बोकारो के एक गांव में अचानक 40 जंगली हाथियों ने हमला कर दिया। गांव में जमकर उत्पात मचाया। इस अफरातफरी में एक ग्रामीण भी गंभीर रूप से घायल है। वे शौच के लिए निकले थे, तभी हाथियों ने उन्हें गुस्से में कुचल दिया। शुक्रवार को हुई इस घटना का वीडियो भी सामने आया है। घटना कथारा ओपी थाना क्षेत्र के झिरकी गांव की है।

हाथी का झुंड गांव में लंबे समय तक घूमते रहा और तोड़फोड़ करता रहा। हाथियों के आने के बाद गांव में अब दहशत का माहौल है। अभी भी गांव से लगभग दो किमी की दूरी पर हाथियों का समूह बैठा हुआ है। मौके पर वन विभाग की टीम भी पहुंची है और हालात पर नजर रख रही।

भगदड़ में भी लोग हुए घायल
शुक्रवार को जंगली हाथियों के गांव में प्रवेश करने से खौफ में लोग बचने के लिए भागना शुरू किए। इस भगदड़ में भी कुछ लोगों को चोट आई। स्थानीय प्रशासन ने पटाखों से हाथियों को भगाने की कोशिश की लेकिन अब भी इसी इलाके में हाथियों ने ठिकाना बनाया है।

ग्रामीण अपने स्तर से हाथियों को भगाने के प्रयास में लगे हैं। ग्रामीणों ने हाथियों को लेकर दहशत इतनी है कि कई लोग बिजली के टावर पर चढ़कर बैठे रहे। कच्चे घर छोड़कर लोग दूसरी जगहों पर पनाह ले रहे हैं। सुरक्षित स्थान में जाकर अपनी जान बचा रहे हैं। ग्रामीणों को जान माल के अलावा फसल बर्बाद ना हो ये डर ग्रामीणों को सता रहा है।

घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर
इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हाथियों ने गांव में धान की खेती को पूरी तरह नष्ट कर दिया है। गांव के लोगों में अब भी दहशत में हैं कि हाथी दोबारा गांव का रुख ना कर लें। यह पहली बार नहीं है इससे पहले भी कई बार इस गांव में हाथी इस गांव तक पहुंचे हैं। झारखंड के कई जिलों में जंगली हाथी अपना रास्ता भटक कर आते रहे हैं।

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शराब के नशे में अजगर गले में लपेटा VIDEO:गर्दन कसने लगी तो चिल्लाया; 14 साल के बेटे ने मुश्किल से बचाई जान

शराब के नशे में एक व्यक्ति को अजगर गले में डालना भारी पड़ गया। अजगर ने गला कसना शुरू किया तो सांस अटक गई। चीख सुनकर व्यक्ति का 14 साल का बेटा दौड़ा। 15-20 मिनट की कोशिशों के बाद वह अपने पिता को इस मुश्किल से निकाल पाया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

छपरा में सांप और नेवले में हुई लड़ाई, VIDEO:कई घंटों तक एक-दूसरे पर हमला करते रहे, फिर जंगल में भागा सांप

छपरा में सांप और नेवले की लड़ाई का वीडियो सामने आया है। इसमें सांप और नेवला घंटों तक एक-दूसरे पर हमला करते रहे। वीडियो एकमा प्रखंड के धनौती गांव का है। बुधवार की दोपहर गांव में नेवला और सांप की लड़ाई को देखने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई। स्थानीय लोगों ने इस लड़ाई का वीडियो बना लिया गया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

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5 सेकंड हिली धरती, तीव्रता 5.4; इस हफ्ते दूसरा झटका | Earthquake tremors again in Delhi-NCR, earth shakes for the second time in a week

13 मिनट पहले

दिल्ली-NCR में शनिवार शाम 7.57 बजे भूकंप के झटके महसूस किए गए है। इसकी तीव्रता रिक्टर स्केल पर 5.4 रही। इन्हें करीब 5 सेकंड तक महसूस किया गया। इसका केंद्र नेपाल था। इससे पहले मंगलवार को भी यहां भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इसका केंद्र भी नेपाल में था।

साढ़े तीन घंटे पहले उत्तराखंड में हिली थी जमीन
उत्तराखंड में भी शनिवार शाम 4 बजकर 25 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 3.4 थी। भूकंप के झटके लगते ही लोग घरों और दफ्तरों से बाहर निकल आए।

मंगलवार को नेपाल में आया था 6.3 तीव्रता का भूकंप, 6 की मौत; भारत के 5 राज्यों में झटके
पड़ोसी देश नेपाल में मंगलवार देर रात 6.3 तीव्रता का भूकंप आया था। इसके झटके दिल्ली, यूपी समेत उत्तर भारत के 5 राज्यों में महसूस किए गए थे। लोग दहशत में घरों से बाहर निकल आए।

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार, नेपाल में भूकंप 9 नवंबर रात 1 बजकर 57 मिनट पर आया। इसका केंद्र नेपाल के ही मनिपुर में जमीन से 10 किमी नीचे था। यहां दोती जिले में घर गिरने से 6 लोगों की जान चली गई थी।

नेपाल के दोती जिले में मंगलवार को आए भूकंप में एक घर गिर गया। इसमें दबकर 6 लोगों की मौत हो गई।

नेपाल के दोती जिले में मंगलवार को आए भूकंप में एक घर गिर गया। इसमें दबकर 6 लोगों की मौत हो गई।

नेपाल में मंगलवार देर रात कब-कब आया भूकंप

तारीख समय तीव्रता
8 नवंबर रात 8:52 4.9
8 नवंबर रात 9:41 3.5
9 नवंबर देर रात 1:57 6.3
9 नवंबर तड़के 3:15 3.6

* टेबल सिस्मोलॉजी इंडिया की वेबसाइट की जानकारी के आधार पर…

2015 में भी आया था नेपाल में भूकंप, 9 हजार से ज्यादा जानें गईं
नेपाल भूकंप 25 अप्रैल 2015 को सुबह 11 बजकर 56 मिनट पर नेपाल में 7.8 तीव्रता का भूकंप आया था। इस विनाशकारी भूकंप में 9,000 से ज्यादा लोग मारे गए और 23,000 से ज्यादा घायल हुए। इसका केंद्र नेपाल से 38 किलोमीटर दूर लामजुंग में था। नेपाल में 81 साल में ऐसा जबरदस्त भूकंप आया था। इससे पहले 1934 में नेपाल और उत्तरी बिहार में 8.0 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 10,600 जानें गई थीं।

क्यों आता है भूकंप?
भूगर्भ वैज्ञानिकों के मुताबिक, भूकंप की असली वजह टेक्टोनिकल प्लेटों में तेज हलचल होती है। इसके अलावा उल्का प्रभाव और ज्वालामुखी विस्फोट, माइन टेस्टिंग और न्यूक्लियर टेस्टिंग की वजह से भी भूकंप आते हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। इस स्केल पर 2.0 या 3.0 की तीव्रता का भूकंप हल्का होता है, जबकि 6 की तीव्रता का मतलब शक्तिशाली भूकंप होता है।

ऐसे लगाते हैं भूकंप की तीव्रता का अंदाजा
भूकंप की तीव्रता का अंदाजा उसके केंद्र (एपिसेंटर) से निकलने वाली ऊर्जा की तरंगों से लगाया जाता है। सैकड़ों किलोमीटर तक फैली इस लहर से कंपन होता है। धरती में दरारें तक पड़ जाती हैं। भूकंप का केंद्र कम गहराई पर हो तो इससे बाहर निकलने वाली ऊर्जा सतह के काफी करीब होती है, जिससे बड़ी तबाही होती है।

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जज बोले- मामला सहमति से रिलेशनशिप का; पति के दबाव में कराई FIR, आरोप विश्वास योग्य नहीं | In Fatehabad rape case acquitted, Additional District and Sessions Judge Balwant Singh, the matter of relationship.

फतेहाबाद2 घंटे पहले

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प्रतीकात्मक फोटो। - Dainik Bhaskar

प्रतीकात्मक फोटो।

हरियाणा के फतेहाबाद के टोहाना क्षेत्र में दर्ज दुष्कर्म के एक मामले में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने आरोपी को संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया। अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश बलवंत सिंह ने फैसला सुनाते हुए कहा कि कोई अकेला व्यक्ति एक हाथ से सशक्त महिला का मुंह दबाकर रेप नही कर सकता। ऐसा नही हो सकता कि एक हाथ से इतना मुंह दबा दिया जाए कि महिला अपने बचाव के लिए चिल्ला भी नही पाई हो।

कोर्ट ने माना कि मामला सहमति से रिलेशनशिप का है। जब महिला के पति को इस रिलेशनशिप का पता चला गया तो उसने पत्नी पर दबाव डालकर पड़ोसी पर रेप के आरोप लगवा दिए।

महिला बोली- उसके साथ ये हुआ
कोर्ट में चले अभियोग के अनुसार 26 जून को टोहाना की 36 वर्षीय एक महिला ने अपने पड़ोसी बलविन्द्र के खिलाफ पुलिस को शिकायत दी कि 5 और 6 अप्रैल 2021 को उसने घर घुस कर उससे रेप किया। महिला ने कहा कि रात करीब 10-11 बजे उसने घर के आंगन में किसी के कूदने की आवाज सुनी। वह कमरे से बाहर निकली तो पाया कि आंगन में बलविन्द्र खड़ा था। बलविन्द्र उसके पास आया और उसका मुंह दबाकर उसे कमरे में ले गया।

ढाई महीने बाद थाने में शिकायत
दूसरे कमरे में उसकी दो बेटियां सोई हुई थी। उसका पति जो टाटा एस चलाता है और शहर से बाहर था। अगले दिन इसी तरह बलविन्द्र फिर उसके घर आया और जबरन दुष्कर्म किया। धमकी दी कि यदि किसी को बताया तो उसके परिवार के सदस्यों को मरवा देगा। पीड़िता ने अढ़ाई महीने बाद थाने में शिकायत दी और कहा कि वह घटना से परेशान व डरी हुई थी इसलिए शिकायत करने में देरी हुई।

जज बोले- चिल्लाई क्यों नहीं
कोर्ट में जज ने दोनों पक्षों की बहस सुनने के बाद कहा कि यह मामला आपसी सहमति का लगता है, क्योंकि जब पहली बार शोर सुनकर महिला कमरे से बाहर निकली तो उसे आंगन में खड़े व्यक्ति को देखकर चिल्लाना चाहिए था। ताकि वह अपनी बेटियों व सम्पति की रक्षा कर पाती। लेकिन वह नही चिल्लाई। उसका कहना है कि बलविंद्र ने एक हाथ से उसका मुंह दबोच लिया और कमरे में ले गया और उसके साथ दुष्कर्म किया।

कोई चोट के निशान नहीं
कोर्ट ने कहा ऐसा कैसे हो सकता है कि एक व्यक्ति एक हाथ से सशक्त महिला का मुंह दबाए रखे और दुष्कर्म भी कर डाले और महिला विरोध भी न करें। मेडिकल रिपोर्ट में भी महिला के प्राइवेट पार्ट पर कोई चोट नहीं है। पीड़िता का आरोप है कि अगले दिन बलविद्र फिर आया और दुष्कर्म किया। कोर्ट ने कहा यदि महिला डरी हुई होती तो वह अगले दिन अपने कमरे को अंदर से बंद कर लेती ताकि कोई उसके कमरे में न घुस पाएं।

पति बाहर था, इसलिए बुलाया
कोर्ट ने कहा दोनों (महिला और बलविंद्र) ने सहमति से दिन और समय तय किया ताकि जब पति घर से बाहर हो और बेटियां सोई हुई हों। जब महिला के पति को पड़ोसी बॉबी ने बता दिया कि बलविंद्र उसकी गैरहाजिरी में उसके घर जाता है तो उसने पत्नी को फोर्स कर बलविंद्र के खिलाफ बयान दिलवाए जबकि उसकी पत्नी ऐसा नही चाहती थी।

महिला का दावा- विश्वास योग्य नहीं
कोर्ट ने कहा शिकायतकर्ता के सारे सबूतों में झोल ही झोल है, जिन पर विश्वास करना कठिन है इसलिए कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए आरोपी बलविन्द्र को बरी करने के आदेश दिए हैं। जिला फतेहाबाद में लगातार दूसरी बार विभिन्न कोर्ट ने पीड़ितों के आरोपों को गलत ठहराते हुए रेप के आरोपी को बरी किया है। इस तरह के फैसले भविष्य में नजीर बन सकते हैं।

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