नवसारी41 मिनट पहले
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मैंने मांग की थी, लेकिन रेल मंत्रालय फैसला ले न सका: विधायक।
रेलवे को भारत में लाइफ लाइन माना जाता है। नौकरी वर्ग के लिए सबसे सस्ता परिवहन माध्यम रेल्वे ही है। तब कोरोना के दो साल बंद रही लोकल ट्रेन शुरू नहीं करने पर नवसारी विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में स्थित अंचेली गांव के लोगों ने ट्रेन स्टॉपेज का मुद्दा उठाया है। इस दौरान ‘ट्रेन नहीं तो वोट नहीं’ के बोर्ड लगाते हुए लोगों ने ट्रेन स्टॉपेज की मांग की है।
विधायक ने कहा- मैं मांग उठा चुका हूं
वहीं, इस बारे में विधायक पियूष देसाई ने कहा कि मैंने इस मांग को उठाकर मांग भी की थी लेकिन रेलवे विभाग ने अभी तक कोई फैसला नहीं लिया है। सूरत और वापी में नवसारी जिले से अधिकांश अपडाउन करने वाले वर्ग को 200 रुपए की मासिक पास से राहत मिलती है, लेकिन अमलसाड और अंचेली रेल्वे स्टेशन से सूरत तक अपडाउन करने वाले वर्ग को कोरोना से पहले चलने वाली विरार से भरूच ट्रेन की स्टॉपेज की मांग की है।
ट्रेन स्टॉपेज का मुद्दा कई बार उठा चुके हैं
हाल ही में विधानसभा के चुनाव घोषित हुए है, जिसे लेकर ग्रामीणों ने इस चुनाव का संपूर्ण रूप से बहिष्कार करने का निर्णय लिया है। ग्रामीणों ने रेलवे स्टेशन पर बैनर लगाकर ट्रेन नहीं तो वोट नहीं, लिखकर विरोध जताया है। बता दे, इससे पहले भी अंचेली गांव के लोगों ने ट्रेन स्टॉपेज का मुद्दा कई बार उठा चुके हैं।