सूरतएक घंटा पहले
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वर्ष 2008 के बाद पहली बार तैयार हीरे में इतनी बड़ी कटौती हुई है।
रेपापोर्ट द्वारा पॉलिश्ड हीरे के भाव में 3 से 7 प्रतिशत की कटौती की गई है। इससे स्टॉक करने वाले हीरा व्यापारियों को आर्थिक नुकसान होगा। उद्योगपतियों के अनुसार वर्ष 2008 के बाद पहली बार इतनी बड़ी कटौती हुई है। त्यौहारों का सीजन शुरू हो गया है। दीवाली के ऑर्डर की शुरूआत से पहले ही बड़ा झटका लगा है, क्योंकि रेपापोर्ट द्वारा तैयार हीरे के भाव में 3 से 7 प्रतिशत की कटौती की गई है।
हीरे की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं
वहीं, दूसरी ओर पिछले एक साल से रफ डायमंड के भाव लगातार बढ़ रहे हैं। तैयार हीरे के भाव में कटौती होने से व्यापारियों की चिंता बढ़ गई है। पिछले साल हीरा उद्योग में तेजी थी। पॉलिश्ड हीरा और हीरे से बनी ज्वैलरी की भारी डिमांड थी। यही कारण है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में रफ डायमंड के भाव लगातार बढ़ रहे हैं। सूरत के हीरा व्यापारी इस निर्णय का विरोध कर रहे हैं।
सूरत के व्यापारी इकट्ठा होकर इसका विरोध करें
जीजेईपीसी के चेयरमैन दिनेश नावड़िया ने कहा कि सूरत के व्यापारी कड़ी मेहनत करके हीरे की मैन्युफैक्चरिंग करते हैं और दूसरी कंपनी भाव तय करती है। सूरत के व्यापारी इकट्ठा होकर विरोध करें।
0.30 साइज से ऊपर के पॉलिश्ड हीरे के भाव में गिरावट
स्टार और मेले साइज के पॉलिश्ड हीरे के भाव में कटौती नहीं हुई है, पर 0.30 से 0.90 साइज के तैयार हीरे के भाव कम हुए हैं। शहर के उद्योगपतियों द्वारा बड़े पैमाने पर इसी साइज के हीरे का उत्पादन किया जाता है।
इस निर्णय से मार्केट की स्थिति और खराब हो जाएगी
शहर के एक हीरा व्यापारी ने बताया कि रूस रफ डायमंड नहीं आ रहा है। इस वजह से रफ की कमी है। व्यापारी ऊंचे भाव में रफ खरीद रहे हैं। तैयार हीरे में गिरावट से व्यापारियों को आर्थिक नुकसान होगा। वैसे भी पिछले 3 माह से मार्केट में भारी मंदी है। तैयार हीरे के भाव में गिरावट होने से मार्केट की स्थिति और खराब होगी।