Tuesday, September 13, 2022

2000 साल में पहली बार स्विट्जरलैंड में पिघली बर्फ और दिखाई दी ये वस्तु स्विट्ज़रलैंड का ग्लेशियर 2000 साल में पहली बार पिघल रहा है, जहां 10 साल पहले 50 फीट मोटी बर्फ और पथरीली सड़क देखी गई थी

स्विट्ज़रलैंड ग्लेशियर का पिघलना: ग्लोबल वार्मिंग मानव जाति के लिए एक बड़ी समस्या बनता जा रहा है। भविष्य में इससे बड़ा नुकसान हो सकता है। जिसका असर अब दिखने लगा है। स्विट्जरलैंड की एक घटना इस बात को साबित करती है।

सितम्बर 13, 2022 | 7:04 अपराह्न

TV9 GUJARATI

| द्वारा संपादित: अभिग्ना मैसुरिया

सितम्बर 13, 2022 | 7:04 अपराह्न

यूरोप में इस साल भीषण गर्मी पड़ रही है, जिसका असर स्विट्जरलैंड में देखने को मिला।  स्विट्ज़रलैंड में पिघलते दो ग्लेशियरों ने उनके बीच एक चट्टानी रास्ता उजागर कर दिया है।  बताया जाता है कि यह घटना 2000 साल में पहली बार हुई है।  बर्फ पिघलते ही नीचे पथरीली सड़क दिखाई देने लगी थी।

यूरोप में इस साल भीषण गर्मी पड़ रही है, जिसका असर स्विट्जरलैंड में देखने को मिला। स्विट्ज़रलैंड में पिघलते दो ग्लेशियरों ने उनके बीच एक चट्टानी रास्ता उजागर कर दिया है। बताया जाता है कि यह घटना 2000 साल में पहली बार हुई है। बर्फ पिघलते ही नीचे पथरीली सड़क दिखाई देने लगी थी।

इस साल 10 साल में पहली बार गर्मी के कारण बर्फ बहुत तेजी से पिघल रही है।  गर्मी के कारण स्विटजरलैंड में स्केक्स रूज और ज़ैनफ्लेरॉन ग्लेशियरों की बर्फ पथरीली सड़क दिखाने लगी।  जो एक गंभीर संकेत है।

इस साल 10 साल में पहली बार गर्मी के कारण बर्फ बहुत तेजी से पिघल रही है। गर्मी के कारण स्विटजरलैंड में स्केक्स रूज और ज़ैनफ्लेरॉन ग्लेशियरों की बर्फ पथरीली सड़क दिखाने लगी। जो एक गंभीर संकेत है।

वैज्ञानिकों के मुताबिक इस महीने के अंत तक पथरीली सड़क पूरी तरह से नजर आने लगेगी।  ये दोनों ग्लेशियर 9186 फीट की ऊंचाई पर हैं।

वैज्ञानिकों के मुताबिक इस महीने के अंत तक पथरीली सड़क पूरी तरह से नजर आने लगेगी। ये दोनों ग्लेशियर 9186 फीट की ऊंचाई पर हैं।

एक एयर ग्लेशियोलॉजिस्ट के मुताबिक, उन्होंने 10 साल पहले उस जगह पर 50 फीट बर्फ देखी थी, जहां अब स्टोन रोड है।  इस साल बर्फ भी कम गिरी है और इस ग्लेशियर की बर्फ पिछले 6 दशकों से लगातार पिघल रही है।  एक अध्ययन के अनुसार, पिछले 85 वर्षों में स्विट्जरलैंड में 1400 ग्लेशियर पिघले हैं।

एक एयर ग्लेशियोलॉजिस्ट के मुताबिक, उन्होंने 10 साल पहले उस जगह पर 50 फीट बर्फ देखी थी, जहां अब स्टोन रोड है। इस साल बर्फ भी कम गिरी है और इस ग्लेशियर की बर्फ पिछले 6 दशकों से लगातार पिघल रही है। एक अध्ययन के अनुसार, पिछले 85 वर्षों में स्विट्जरलैंड में 1400 ग्लेशियर पिघले हैं।

पिछले 6 साल में यहां 12 फीसदी ग्लेशियर पिघल चुके हैं।  यह सब ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के कारण है।  इससे बचने के लिए जल्द समाधान तलाशने की जरूरत है।

पिछले 6 साल में यहां 12 फीसदी ग्लेशियर पिघल चुके हैं। यह सब ग्लोबल वार्मिंग और जलवायु परिवर्तन के कारण है। इससे बचने के लिए जल्द समाधान तलाशने की जरूरत है।


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