आखरी अपडेट: 12 सितंबर 2022, रात 8:40 बजे IST

बाहरी दिल्ली के बवाना गांव में सोमवार को कथित गैंगस्टरों द्वारा नार्को-आतंकवाद से जुड़े एक मामले में एनआईए अधिकारियों द्वारा छापेमारी के दौरान तैनात पुलिसकर्मी। (छवि: पीटीआई फोटो)
सिद्धू मूस वाला की इस साल 29 मई को पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया लेकिन जल्द ही उसे मृत घोषित कर दिया गया। उनका अंतिम संस्कार 31 मई को किया गया
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने सोमवार को स्पष्ट किया कि आज पूरे उत्तर में 50 स्थानों पर तलाशी ली गई भारत गैंगस्टरों की गतिविधियों के खिलाफ मामलों की जांच से संबंधित, समाचार एजेंसी सिद्धू मूस वाला की हत्या से नहीं जुड़े हैं वर्षों आधिकारिक सूत्रों के हवाले से बताया।
स्पष्टीकरण | एनआईए आज पूरे उत्तर भारत में 50 स्थानों पर गैंगस्टरों की गतिविधियों के खिलाफ मामलों की जांच के संबंध में तलाशी ले रही है, जिनके गंभीर आंतरिक और अंतर-राज्य प्रभाव हैं। सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड मामले की NIA जांच नहीं कर रही: आधिकारिक सूत्र
– एएनआई (@ANI) 12 सितंबर 2022
सिद्धू मूस वाला की इस साल 29 मई को पंजाब के मनसा जिले में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। उसे इलाज के लिए स्थानीय अस्पताल ले जाया गया लेकिन जल्द ही उसे मृत घोषित कर दिया गया। उनका अंतिम संस्कार 31 मई को किया गया।
सूत्रों ने कहा कि सोमवार को दिल्ली, हरियाणा और पंजाब में 50 स्थानों पर आतंकी-गैंगस्टर सांठगांठ पर एनआईए की कार्रवाई गृह मंत्री अमित शाह द्वारा की गई कड़ी कार्रवाई का हिस्सा है।
सूत्रों ने बताया कि गृह मंत्री ने संगठित आपराधिक गिरोहों के सदस्यों/नेताओं के साथ आतंकवादी संगठनों के गुर्गों के बीच उभरती गठजोड़ को गंभीरता से लिया। गैंगस्टर साइबर स्पेस और सोशल मीडिया का इस्तेमाल अपनी हरकतों को प्रचारित करने और डर पैदा करने के लिए करते हैं।
शाह पाकिस्तान और अन्य विदेशी देशों में स्थित ड्रग तस्करों पर भी कार्रवाई चाहते थे। वह चाहते थे कि एनआईए राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक स्वास्थ्य के लिए खतरे के कारण कार्रवाई करे। उन्होंने एनआईए और दिल्ली पुलिस को ऐसे आतंकवादियों, गैंगस्टरों और ड्रग तस्करों/आपूर्तिकर्ताओं के खिलाफ खुफिया नेतृत्व और समन्वित अभियान चलाने का निर्देश दिया है।
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