ज्ञान समाचार: ब्रह्मांड रहस्यों से भरा है। कुछ रहस्य ऐसे होते हैं जिनके बारे में सोचकर ही अजीब लगता है। आपको यह सुनकर आश्चर्य हो सकता है कि तारे ग्रहों को चुरा लेते हैं। आइए जानते हैं इसके बारे में।
एक शोध के अनुसार तारे ग्रहों की चोरी करते हैं। ज्ञात होता है कि जब किसी तारे का कोई ग्रह होता है तो कुछ समय बाद वह ग्रह तारे में विलीन हो जाता है। आइए जानते हैं इसके पीछे के विज्ञान के बारे में।
ब्रह्मांड एक तारा नर्सरी है, जिसमें हजारों तारे हैं। वो सितारे आपस में लड़ रहे हैं। साथ ही ये तारे ऊर्जा का आदान-प्रदान भी कर रहे हैं। तारों की संख्या भी बढ़ जाती है। रॉयल एस्ट्रोनॉमिकल सोसाइटी के एक शोध पत्र में खुलासा हुआ है कि तारे कैसे ग्रहों को चुराते हैं।
जब तारे बनते हैं, तो तारों के साथ-साथ ग्रह भी बनते हैं। इनसे ग्रह बहुत जल्दी बनते हैं। ये तारे अपने वातावरण के प्रभाव के कारण अपनी स्थिति भी बदल सकते हैं।
कुछ ग्रह ऐसे हैं जिनके ग्रहों का एक महत्वपूर्ण अंश गुरुत्वाकर्षण से एक अलग तारे से जुड़ा हुआ है। जो उन सितारों से अलग हैं। यह तब तारे में विलीन हो जाता है और ग्रह अपनी कक्षा से चोरी हो जाता है।
सबसे अधिक तारा बनाने वाले क्षेत्रों में बनने वाले ग्रहों को उन सितारों द्वारा आसानी से चुराया जा सकता है। यह सूर्य के तारे से भारी है।