मधुमेह एक ऐसी बीमारी है जिस पर ध्यान न दिया गया तो यह लोगों को जीवन भर के लिए परेशान कर सकती है। हाल के शोध से पता चलता है कि दूध का सेवन मधुमेह के खतरे को कम कर सकता है।

शोध से पता चला है कि दूध मधुमेह के खतरे को कम करता है
मधुप्रमेह का अर्थ है मधुमेह (डायबिटीज)मधुमेह) न केवल भारत में बल्कि पूरे विश्व में तेजी से बढ़ रहा है। मधुमेह युवाओं के साथ-साथ बुजुर्गों को भी अपनी चपेट में ले रहा है। लेकिन हाल ही में हुए एक शोध ने मधुमेह से बचाव के तरीके पर नई रोशनी डाली है। शोध के अनुसार एक गिलास दूध मधुमेहजोखिम को 10 प्रतिशत तक कम कर सकता है। हां, आपने उसे सही पढ़ा है। दूध से इसके खतरे को कम किया जा सकता है। शोध में पाया गया है कि दूध (दूध) में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो रक्त में मौजूद ग्लूकोज की मदद करते हैं (शर्करा) ऊर्जा में बदलने की क्षमता को बढ़ाता है।
आंखों और दिल के लिए खतरनाक है डायबिटीज
आपको बता दें कि मधुमेह की समय पर पहचान होना बेहद जरूरी है। नहीं तो डायबिटीज हमारी आंखों और दिल के लिए काफी खतरनाक साबित हो सकती है। ज्ञात रहे कि मधुमेह के खतरनाक स्तर तक पहुंचने से व्यक्ति की दृष्टि प्रभावित हो सकती है। इतना ही नहीं यह अंधा भी हो सकता है। इसके अलावा, यह घातक स्ट्रोक और हृदय रोग के जोखिम को भी बढ़ाता है। इंटरनेशनल डायबिटीज़ फ़ेडरेशन के अनुसार, दुनिया भर में लगभग 550 मिलियन लोग इससे पीड़ित हैं। इसका कारण हमारा खान-पान है।
एक गिलास दूध मधुमेह को दूर रखता है
आपको बता दें कि यूरोपीय संघ ने मधुमेह पर एक अध्ययन किया है। जिसके अनुसार दूध, दही और छाछ जैसे डेयरी उत्पाद इस बीमारी को रोकने में मदद कर सकते हैं। साथ ही मधुमेह पर दूध के प्रभाव का पता लगाने के लिए शोधकर्ताओं की एक टीम ने 13 बड़े अध्ययन किए। शोध में पाया गया है कि दिन में एक गिलास दूध पीने से मधुमेह का खतरा 10 प्रतिशत तक कम हो सकता है। शोध में यह भी सामने आया है कि किसी भी डेयरी उत्पाद का 200 ग्राम सेवन करने से इस बीमारी का खतरा 5 प्रतिशत तक कम हो जाता है।
शोध में यह भी कहा गया है कि डेयरी उत्पाद पोषक तत्वों, विटामिन और कई अन्य बायोएक्टिव यौगिकों से भरपूर होते हैं, जो ग्लूकोज को ऊर्जा में बदलने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
(इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। TV9 इसकी पुष्टि नहीं करता है। किसी विशेषज्ञ से सलाह लेने के बाद ही इसका पालन करें।)