कपूरथला2 घंटे पहले
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कपूरथला में नगर कीर्तन के दौरान पौधे बांटते संत सीचेवाल।
पंजाब के कपूरथला में श्री गुरु नानक देव जी के गुरु पर्व को समर्पित तीसरे नगर कीर्तन में आप संसद व पर्यवरण प्रेमी संत बलबीर सिंह सीचेवाल ने पंजाब को हरा-भरा बनाने का आह्वान किया है। निर्मल कुटिया पवित्र बेईं के किनारे गुरुद्वारा गुरुप्रकाश साहिब से शुरू हुआ श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की छत्रछाया में 5 प्यारों के नेतृत्व में निकले गए नगर कीर्तन में सीचेवाल ने लगभग 15 हज़ार पोधे बांटे है।
नगर कीर्तन मंगलवार को सुलतनपुर के शहीद ऊधम सिंह चौक, गुरुद्वारा गुरु का बाग, महुल्ला सिखा, गुरुद्वारा बेबे ननकी का घर, गुरुद्वारा हट साहिब, गुरुद्वारा बेर साहिब से होते हुए पुन: पवित्र बेईं के किनारे निर्मल कुटिया में पहुंचा।
विशाल नगर कीर्तन में जहां संत सीचेवाल ने गुरु नानक की शिक्षाओं का गुणगान किया, वही उन्होंने गुरबानी को उद्धृत किया और मनुष्य से प्रकृति के साथ अपने बंधन को मजबूत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि मनुष्य और प्रकृति के बीच संबंध खत्म होने से पर्यावरण में गड़बड़ी हुई है, जिससे ग्लोबल वार्मिंग बढ़ गई है। वायु, जल और पृथ्वी के प्रदूषण के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर भी प्रभाव पड़ रहा है।

इस माहौल में बड़े स्तर पर पेड़-पौधे लगाकर प्रदूषित वातावरण में सुधार किया जा सकता है। इसीलिए गुरु नानक देव जी के गुरुपर्व को समर्पित 3 नगर कीर्तनों के दौरान लगभग 15000 पौधे बांटे गए है। संत अवतार सिंह यादगारी स्कूल और कॉलेज के बच्चों ने जहां कीर्तन के जरिए सांगत को दिव्य भजनों से जोड़ा, उन्होंने हाथों में तख्तियां लेकर पर्यावरण को बचाने के लिए नारे लगाए।
सैफलाबाद से गुरुद्वारा गुरसर साहिब के प्रमुख सेवादार संत लीडर सिंह जी, गुरुद्वारा टाहली साहिब से सेवादार बाबा सुखा सिंह और संत सुखजीत सिंह सीचेवाल सहित अन्य संतों ने भी भाग लिया। नगर कीर्तन के अंत में संत सीचेवाल द्वारा सेवादारों का सम्मान किया। श्री गुरु नानक देव जी की 553वीं प्रकाश पर्व पर पवित्र बेईं के तट पर की गयी दीपमाला अलौकिक नजारा पेश कर रही थी।