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- गुजरात चुनाव के लिए बीजेपी की ओर से जारी 160 उम्मीदवारों की सूची में 12 नेताओं के रिश्तेदार
अहमदाबादएक घंटा पहले
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राजकोट जिले में सबसे ज्यादा मंत्रियों के 4 रिश्तेदारों को टिकट दिया गया है।
वैसे तो बीजेपी हमेशा यही दावा करती है कि पार्टी में भाई-भतीजावाद की कोई जगह नहीं है, लेकिन असल में ऐसा है नहीं। अगर गुजरात के विधानसभा चुनावों के लिए बीजेपी की ओर से जारी की गई 160 कैंडिडेट्स की लिस्ट ही देख लें पता चलता है कि इनमें 12 उम्मीदवार पूर्व और वर्तमान में भाजपा नेताओं के रिश्तेदार हैं। राजकोट जिले में सबसे ज्यादा 4 रिश्तेदारों को टिकट दिया गया है, वहीं अहमदाबाद में भी एक बड़े नेता के रिलेटिव को चुना गया है। इससे साफ है कि गुजरात चुनाव जीतने के लिए बीजेपी ने अपनी मूल विचारधार से समझौता कर लिया है। देखिए इन 12 कैंडिडेट्स की लिस्ट…
रिश्तेदारों को दिया टिकट
बैठक | उम्मीदवार | रिश्तेदारी |
अकोटा (वडोदरा) | चैतन्य देसाई |
पूर्व संघ नेता स्व. मकरंद देसाई के बेटे |
छोटाउदेपुर | राजेंद्र राठवा |
वर्तमान विधायक मोहन सिंह राठवा के बेटे |
नरोदा (अहमदाबाद) | डॉ। पायल कुकरानी |
मौजूदा पार्षद रेशमा कुकराणी की बेटी |
राजकोट (पश्चिम) | डॉ. दर्शिता शाह |
संघ के पूर्व नेता डॉ. पीवी दोशी की पोती |
राजकोट (ग्रामीण) | भानुबेन बाबरिया |
पूर्व विधायक मधुभाई बाबरिया की बहू |
गोंडल (राजकोट) | गीताबा जडेजा |
पूर्व विधायक जयराज सिंह की पत्नी |
सोमनाथ: | मानसिंह परमार |
तलाला के पूर्व विधायक गोविंदभाई के भतीजे |
नंदोद (भरूच) | डॉ। दर्शन देशमुख |
भरूच के पूर्व सांसद चंदू देशमुख की बेटी |
थसरा (खेत) | योगेंद्र परमार |
वर्तमान विधायक राम सिंह परमार के बेटे |
जमालपुर (अहमदाबाद) | भूषण भट्ट |
पूर्व मंत्री श्री. अशोक भट्ट के बेटे |
जेतपुर (राजकोट) | जयेश राडाडिया |
पूर्व मंत्री श्री. विट्ठल राड्डिया के बेटे |
गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने 182 सीटों में से 160 के लिए प्रत्याशी घोषित कर दिए हैं। 27 साल से काबिज भाजपा ने नए चेहरों पर दांव लगाने का कामयाब फॉर्मूला कायम रखा है। इस बार 38 मौजूदा विधायकों के टिकट काटकर नए चेहरों को मौका दिया गया है। हालांकि, 2017 के 50% चेहरों (85) को घर बैठाकर मिशन-2022 के अवरोधों से पार पाने की कोशिश की है। 75 विधायकों को रिपीट भी किया गया है।
पूर्व मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री विजय रूपाणी, नितिन पटेल समेत छह बड़े नेताओं के लड़ने से इनकार करने के बीच पांच मंत्रियों के टिकट काटे गए हैं। सूत्रों के अनुसार, प्रदर्शन तालिका में 80% से कम अंक लाने वाले 25% विधायकों के टिकट काट दिए गए हैं।
पाटीदार समुदाय के 40 प्रत्याशी मैदान में
160 प्रत्याशियों में से सबसे ज्यादा 49 टिकट OBC समुदाय के प्रत्याशियों को दिए गए हैं। इसके बाद पाटीदार समुदाय का दबदबा काम आया है। इस समुदाय के 40 प्रत्याशी मैदान में होंगे। इनके अतिरिक्त 24 प्रत्याशी
एसटी, 19 क्षत्रिय, 13 एससी, 13 ब्राह्मण और 2 जैन समुदाय से हैं। 35 प्रत्याशियों की उम्र 50 वर्ष से कम है। पहली सूची में 14 महिलाओं को भी टिकट दिए गए हैं।
हार्दिक पटेल सहित कांग्रेस से आए 20 के नाम
दिलचस्प ये है कि कांग्रेस छोड़कर भाजपा का दामन थामने वाले 20 नेताओं को टिकट दिया गया है। इनमें पाटीदार आंदोलन का चेहरा रहे हार्दिक पटेल और छोटा उदेपुर क्षेत्र के दिग्गज आदिवासी मोहन सिंह राठवा के बेटे राजेंद्र राठवा शामिल हैं। हार्दिक (विरमगाम सीट) सबसे कम उम्र (29 साल) के भाजपा प्रत्याशी हैं।