9 दिन से धरना पर बैठे थे, किसी ने नहीं सुनी तो मंदिर तक निकाली दंडवत रैली | Sitting on dharna for 9 days, if no one listened, then a rally was taken out till the temple

ग्वालियर33 मिनट पहले

अतिथि विद्वान सड़क पर दंडवत होकर प्रदर्शन करते हुए

  • लगातार अपनी मांगों को लेकर कर रहे हैं प्रदर्शन

ग्वालियर में नियमितीकरण को लेकर अतिथि विद्वानों के आंदोलन के नौवे दिन प्रदर्शनकारियों ने अनोखे अंदाज में अपना विरोध जताया है। अतिथि विद्वानों ने सड़क पर दंडवत रैली निकाली। वह धरना स्थल फूलबाग से दंडवत (सड़क पर लेटते ) होते हुए स्टेशन के पास हनुमान मंदिर पहुंचे। यहां मंत्री-विधायक व सरकार को उनके मामले में निर्णय लेने की सदबुद्धि की कामना की। इसके बाद चेतावनी भी दी कि यदि उनके मामले में सरकार ने जल्द फैसल नहीं लिया तो वह अब मंत्री और विधायक के घर भी इसी तरह दंडवत पहुंचेंगे और धरना प्रदर्शन करेंगे।

महिलाओं ने फूलबाग से मंशापूर्ण मंदिर तक इसी तरह पहुंचकर निकाली दंडवत रैली

महिलाओं ने फूलबाग से मंशापूर्ण मंदिर तक इसी तरह पहुंचकर निकाली दंडवत रैली

अतिथि विद्वान नियमितीकरण संघर्ष मोर्चा द्वारा अतिथि विद्वानों के नियमितीकरण के लिए चलाए जा रहे आंदोलन में अतिथि विद्वानों ने धरना देने के साथ ही सांष्टांग दंडवत यात्रा भी की। फूलबाग स्थित धरना स्थल से पड़ाव मंशापूर्ण मंदिर तक अतिथि विद्वान दंडवत करते हुए पहुंचे, यहां पर उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह और केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को सद्बुद्धि देने के लिए प्रार्थना भी की। इससे पहले मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेता रामविलास गोस्वामी भी फूलबाग पर धरना स्थल पहुंचे और अतिथि विद्वानों को अपना समर्थन दिया। इसके बाद धरना प्रदर्शन में उनके साथ बैठकर अतिथि विद्वानों का साथ दिया।
ध्यान आकर्षित करने सड़क पर निकाली दंडवत रैली
– मोर्चा के अध्यक्ष डॉ. सुरजीत सिंह भदौरिया का कहना है कि अतिथि विद्वान अपना विरोध दर्ज कराने के लिए भीख मांगेंगे और मंत्री, सांसद, विधायकों के घर तक दंडवत यात्रा भी निकालेंगे। बीते रोज सीएम शिवराज सिंह, केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को अपना विरोध प्रदर्शन दिखाने के लिए सड़क पर दंडवत रैली निकाली। पुरुष के साथ ही महिला अतिथि विद्वान भी दंडवत करते हुए निकलीं।
सरकार को चेतावनी भी दी
– अतिथि विद्वानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि उनकी मांगों पर विचार नहीं किया गया तो वह जल्द ही अब सीएम से लेकर मंत्री, सांसदों व विधायकों के घर व बंगलों का इसी तरह घेराव करेंगे। दंड़वत होते हुए उनके घरों तक पहुंचेगे और वहां धरना प्रदर्शन व आंदोलन करेंगे।

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