रायपुर18 मिनट पहले
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रायपुर शहर के एक दुकानदार की ग्राहकों ने हत्या कर दी। बात बस इतनी थी कि ग्राहकों का मुफ्त में सिगरेट पीने का मन किया, दुकानदार ने विरोध किया तो बदमाशों ने उसकी हत्या कर डाली। माना इलाके में हुई इस वारदात में दोनों बदमाश गिरफ्तार हाे चुके हैं।
माना थाने की पुलिस के पास 3 नवंबर को विक्रम बर्मन नाम का युवक आया था। इसने बताया कि इसके पिता बीरेन्द्र बर्मन चना मुर्रा की दुकान लगाते हैं। देर शाम तक घर पर नहीं लौटे, दुकान से भी गायब हैं। पहले पुलिस ने इस केस में बीरेंद्र के लापता होने की FIR दर्ज की।
अगले ही दिन 4 नवंबर को खबर आई कि बनरसी गांव के रास्ते में एक कुएं में बीरेंद्र की लाश पड़ी है। पुलिस टीम के सदस्यों द्वारा शव को कुएं से बाहर निकाला गया। शव को बाहर निकालकर देखने से पता चला कि लाश की नाक और आंख के ऊपर चोट के निशान हैं। गले को गमछे से कसकर बांधा गया था। पुलिस समझ गई कि मामला हत्या का है।
जांच टीम को अब इस केस में कामयाबी मिली है। इस कांड में शामिल बनरसी गांव के निवासी रूपेश यादव के बारे में पुलिस को पता चला। खबर मिली थी कि ये दो दिन पहले बीरेंद्र की दुकान में देखा गया था। पूछताछ करने पर इसने बताया कि वो और उसका अन्य साथी कोमल यादव बीरेंद्र की दुकान पर मुर्रा खरीदने गए थे।
मुफ्त की सिगरेट बनी मौत की वजह
कोमल यादव ने बीरेन्द्र बर्मन से सिगरेट मांगी। सिगरेट देकर दुकानदार पैसे मांगने लगा। यही बात बदमाशों को खटक गई। कोमल ने कह दिया कि पैसे बाद में दे देगा। बीरेन्द्र ने मुफ्त में सिगरेट देने से इंकार किया तो विवाद हो गया। बीरेंद्र को बदमाशों ने पीटा और पत्थर से मृतक के सिर और गर्दन के पास वार कर दिया। रूपेश यादव ने डंडे से वार किया। अपने पास रखे गमछे से बीरेंद्र का गला दबाकर हत्या कर दी और लाश को ठिकाने लगाने के मकसद से शव कुएं में फेंक दिया था।
20 दिन में हत्या के 4 मामले
- बीते 20 दिनों में रायपुर में हत्या के चार मामले सामने आए। पहली घटना में
- बॉयफ्रेंड संग घूमने गई बैंककर्मी की मौत हो गई थी। इस केस में बजरंग दल ने हत्या का आरोप लगाकर प्रेमी को गिरफ्तार करवाया था।
- करीब 17 दिन पहले डीडी नगर इलाके में वकील ने अपनी पत्नी और सास को रॉड मारकर मौत की नींद सुला दिया था। वकील अपनी बेटी को साथ रखना चाह रहा था इसी वजह से पति-पत्नी का विवाद था।
- 12 दिन पहले रायपुर के रेस्टोरेंट कारोबारी की हत्या कर दी गई थी, क्योंकि उसने दिवाली पर दो कर्मचारियों को न पैसे दिए न छुट्टी, गुस्साए कर्मचारियों ने डंडे से पीट-पीटकर हत्या कर दी थी।
- करीब 8 दिन पहले ही बीरगांव हत्याकांड का बड़ा खुलासा हुआ, यहां कांग्रेस नेता के भतीजे को गांजा माफिया ने शराब पिलवाई और रंजिश की वजह से उसकी हत्या करवा दी। माफिया करीम और उसके दो सहयोगी गिरफ्तार हो चुके हैं।