आप मुद्दा उठाती है, भाजपा उस पर एक्शन लेकर मामला ठंडा कर देती है | AAP raises the issue, BJP takes action on it and cools the matter

सूरत34 मिनट पहले

  • कॉपी लिंक
आप ने जिन मुद्दों पर विरोध-प्रदर्शन किया, भाजपा ने उन्हें तत्काल हल कर दिया। - Dainik Bhaskar

आप ने जिन मुद्दों पर विरोध-प्रदर्शन किया, भाजपा ने उन्हें तत्काल हल कर दिया।

गुजरात की सत्ता पर भाजपा पिछले 23 वर्षों से काबिज है। इस वर्षों में वह विधानसभा चुनाव आसानी से जीतती आ रही है। हालांकि इस बार राजनीतिक फिजा बदलती नजर आ रही है। आम आदमी पार्टी ने सक्रियता में कांग्रेस को पीछे छोड़ दिया है। आप नेता और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल गुजरात विधानसभा चुनाव से पहले लोक लुभावन घोषणाएं कर मतदाताओं को अपनी ओर करने की कोशिश कर रहे हैं।

आप जनता से जुड़े मुद्दे लगातार उठा रही है। इसे देखते हुए भाजपा तत्काल हल निकाल रही है। इसी वजह से आम आदमी पार्टी आगे-आगे जो मुद्दे उठाती जा रही है, भाजपा उनके समाधान करती जाती है, ताकि चुनाव के दौरान विपक्षी को जवाब दे सके। सूरत आप ने वराछा में सरकारी कॉलेज, स्कूलों की जर्जर हालत, शिक्षकों की भर्ती, ग्रांटेड कॉलेजों में प्रोफेसरों की भर्ती, समिति के स्कूलों में बच्चों के यूनिफॉर्म व बच्चों के यौनशोषण के आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ केस दर्ज कराने, बारिश में टूटी सड़कों, बिजली का मुद्दा उठाया।

सत्ताधारी भाजपा ने इन मुद्दों का समाधान कर दिया। अब शहर की राजनीतिक परिस्थिति ऐसी हो गई है कि आप और भाजपा के बीच मुद्दे उठाने और उसके समाधान की जंग चल रही है। आप भाजपा की कमियां ढूंढ-ढूंढ कर निकाल रही है। आप समिति के स्कूलों की जर्जर हालत और बिजली के मुद्दे को लेकर लगातार विरोध प्रदर्शन कर रही है।

महानगर पालिका के चुनाव में जब आप ने 27 सीटें जीती थीं, तो भाजपा ने उसे ज्यादा महत्व नहीं दिया था। उसे लगा था कि कांग्रेस की तरह आप की भी हाल होगा। लेकिन उसके बाद से समय-समय पर आप हर मुद्दे को लेकर जनता के सामने आती रही। यही कारण है कि भाजपा को न चाहते हुए भी उसे महत्व देना पड़ रहा है।

इस साल विस चुनाव होने हैं, चुनावी मुद्दा न बने इसलिए भाजपा तत्काल समाधान कर रही

मुद्दा-1 वराछा-लिंबायत में सरकारी कॉलेज खोलने की मांग

आप ने शहर में कॉलेज की व्यवस्थाओं को लेकर सवाल खड़ा किया। उसने आरोप लगाया कि शहर में वराछा और लिंबायत में एक भी सरकारी कॉलेज नहीं हैं। जबकि वर्षों से कॉलेज की मांग की जा रही है। इससे लेकर आम आदमी पार्टी के नेताओं-कार्यकर्ताओं ने कई बार विरोध-प्रदर्शन किया।

समाधान- सरकार को बजट में वराछा और लिंबायत में सरकारी कॉलेजों की घोषणा करनी पड़ी। विरोध प्रदर्शन के बाद आखिरकार वर्ष 2022 में ही समिति के स्कूल में कॉलेज की शुरुआत करनी पड़ी।

मुद्दा- 2 समिति के स्कूलों में शिक्षकों की कमी पर जताया विरोध

सूरत महानगर पालिका संचालित शिक्षण समिति के स्कूल में शिक्षकों की कमी को लेकर आम आदमी पार्टी ने लगातार एक महीने तक विरोध प्रदर्शन किया। आप ने विरोध प्रदर्शन के दौरान कहा कि शिक्षकों की कमी से छात्रों की पढ़ाई का नुकसान हो रहा है। इससे शिक्षा का स्तर गिर रहा है।

समाधान- शिक्षण समिति के स्कूलों में 400 शिक्षकों की भर्ती की गई। इसके अलावा राज्य सरकार की तरफ से भी 723 प्रवासी शिक्षकों की भर्ती की गई। कुल 1323 शिक्षकों की भर्ती की गई है।

मुद्दा-3 ग्रांटेड कॉलेजों में प्रोफेसरों की भर्ती वर्षों से नहीं हो रही थी

ग्रांटेड कॉलेजों में भी बड़ी संख्या में प्रोफेसरों की जगह खाली थी, लेकिन कई वर्षों से राज्य सरकार की तरफ से इसकी भर्ती नहीं की जा रही थी। खाली सीटों पर नए प्रोफेसर नहीं आने से छात्रों की पढ़ाई पर काफी असर हो रहा था। इसे लेकर आम आदमी पार्टी ने गांधीनगर और सूरत में आंदोलन किया था।

समाधान- राज्य सरकार की तरफ से प्रोफेसरों की भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई। राज्यभर के सभी ग्रांटेड और सरकारी कॉलेजों में भर्ती की गई। इस प्रक्रिया के तहत सूरत के लगभग 8 ग्रांटेड कॉलेजों लगभग 30 प्रोफेसरों की भर्ती की गई।

मुद्दा-4 यौन शोषण के आरोपी प्रिंसिपल का केस उठाया

समिति के पूणा स्थित एक स्कूल में बच्चों के यौन शोषण के वीडियो सामने आए थे। समिति के चेयरमैन भाजपा नेता हैं। अभिभावक 3 महीने से शिकायत कर रहे थे, पर एफआईआर दर्ज नहीं कराई जा रही थी। आप ने इस मुद्दे को लगातार कई दिनों तक उठाया। प्रदर्शन भी किए।

समाधान- मनपा और शिक्षण समिति दोनों में भाजपा सत्ता में है। आप के लगातार इस मुद्दे को उठाने के बाद आखिरकार आरोपी प्रिंसिपल के खिलाफ शिक्षण समिति ने एफआईआर दर्ज करवाई।

मुद्दा-5 बिजली कंपनियों के डिपॉजिट के लिए नोटिस पर प्रदर्शन

आम आदमी पार्टी ने इस बार एक और मुद्दे को उछाला है। इसमें बिजली बिल माफ करने की मांग की जा रही है। यही नहीं बिजली कंपनियां ग्राहकों से डिपॉजिट के तौर पर पैसा वसूलने के लिए नोटिस भेज रही हैं। इसे लेकर आम आदमी पार्टी ने विरोध शुरू कर दिया है। लिंबायत सहित कई क्षेत्रों में आंदोलन भी किया।

संज्ञान- राज्य सरकार हरकत में आई। लिंबायत की भाजपा विधायक संगीता पाटिल खुद बिजली मंत्री मुकेश पटेल से मुलाकात की और उन्होंने ग्राहकों को डिपॉजिट के लिए भेजे जा रहे नोटिस के समाधान की मांग की है।

आम आदमी पार्टी जनहित के जो भी मुद्दे उठा रही है, भारतीय जनता पार्टी लगातार उनका समाधान खोजने में जुटी हुई है। इससे पता चलता है कि पिछले कई वर्षों से राज्य सहित महानगर पालिकाओं की सत्ता पर भाजपा काबिज है, लेकिन शिक्षा व्यवस्था से लेकर सभी सरकारी व्यवस्थाओं का हाल बदतर है। हम जनता के हित में ऐसे मुद्दा उठाते रहेंगे। हमारे आंदोलन का परिणाम यह हुआ कि शिक्षा में 10 फीसदी तक सुधार हुआ है। भाजपा ऐसा कर रही क्योंकि वह नहीं चाहती कि आगामी विधानसभा चुनावों में उसकी फजीहत हो।-राकेश हीरपारा, आप नेता और शिक्षण समिति में विपक्षी सदस्य

खबरें और भी हैं…

https://images.bhaskarassets.com/web2images/521/2022/08/12/orig_61_1660261800.png

Previous Post Next Post