फरीदाबाद21 मिनट पहले
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फिरौती न देने पर पीड़ित के परिवार को दी थी जान से मारने की धमकी, 12वीं तक पढ़ा है आरोपी
डाकखाने के एक कर्मचारी ने खुद को कुख्यात गैंग का सदस्य बनकर एक स्क्रैप कारोबारी से 20 लाख की फिराैती मांगी। फिरौती न देने पर पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दी। क्राइम ब्रांच 30 की टीम ने मुखबिर की सूचना पर डाककर्मी को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी ने यूट्यूब चैनल देखकर इस तरह का अपराध करने की योजना बनाई।
दरअसल पीड़ित ने डाकखाने में बड़ी रकम की एफडी कराई थी। उसे देखकर डाककर्मी के मन में लालच आ गया। बताया जा रहा है कि आरोपी पर काफी कर्ज है। उस कर्ज को उतारने के चक्कर में इस तरह की साजिश रची। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। पकड़े गए आरोपी की पहचान पलवल के गांव अलावलपुर निवासी श्यामवीर के रूप में हुई है।
स्क्रैप कारोबारी को बनाया निशाना
पुलिस प्रवक्ता सूबे सिंह ने बताया कि आरोपी श्यामवीर पहले प्रेस कॉलोनी स्थित डाकघर में तैनात था। उसी दौरान सेक्टर 22-23 निवासी हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी देवेंद्र कुमार ने उसी डाकघर में एक बड़ी रकम की एफडी कराई थी। देवेंद्र कुमार पेशे से स्क्रैप के बड़े कारोबारी हैं। उसी एफडी की रकम देखकर डाककर्मी श्यामवीर के मन में लालच आ गया। उसे लगा कि उक्त कारोबारी को धमकी देकर मोटी रकम वसूली जा सकती है।
पहले कोरियर से मंगवाई थी फिरौती की रकम
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी ने पीड़ित से फिरौती की आरोपी ने कोरियर के माध्यम से अपने घर के पास एक अनाथ आश्रम में भिजवाने की बात लिखी थी। फिरौती न देने पर पीड़ित के परिवार को जान से मारने की धमकी दी थी। पीड़ित ने पत्र मिलने के बाद इसकी शिकायत पुलिस थाना मुजेसर में दी। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी। बाद में जांच क्राइम ब्रांच 30 को सौंप दी गई।
29 जुलाई को दोबारा धमकी भरा पत्र भेजा
प्रवक्ता ने बताया कि जब पीड़ित देवेंद्र कुमार ने फिरौती नहीं दी तो आरोपी ने 29 जुलाई को स्पीड पोस्ट के माध्यम से पीड़ित को दोबारा एक पत्र भेजा। जिसमें उसने फिर से फिरौती की मांग की। पीड़ित ने इसकी सूचना पुलिस को दी। क्राइम ब्रांच 30 की टीम ने स्पीड पोस्ट से प्राप्त हुए पत्र को ट्रैक करते हुए आरोपी श्यामवीर को पलवल से गिरफ्तार कर लिया। आरोपी को अदालत में पेश कर दो दिन के रिमांड पर लिया है।
12वीं क्लास तक पढ़ा है आरोपी
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि आरोपी श्यामवीर 12वीं कक्षा तक पढ़ा है। वर्ष 2004 में डाक विभाग में एमटीएस के पद पर भर्ती हुआ था। वर्तमान में सेक्टर 22 डाकघर में तैनात है। इससे पहले आरोपी जब प्रेस कॉलोनी स्थित डाकघर में तैनात था उस समय पीड़ित देवेंद्र ने उसी डाकघर में बहुत बड़ी रकम की एफडी करवाई थी। आरोपी ने सोचा कि देवेंद्र ने जब इतनी बड़ी एफडी करवाई है तो उसके पास बहुत सारे पैसे होंगे। आरोपी के सिर पर काफी कर्जा है।उसे पैसों की आवश्यकता थी इसलिए आरोपी को लालच आ गया और उसने पीड़ित से पैसे ऐंठने का तरीका ढूंढने लगा।आरोपी ने इसके लिए यूट्यूब पर सर्च किया और पीड़ित के घर का पता निकलवाकर डाकघर से ही देवेंद्र को एक पत्र भेजा और उसमें अपने को बड़े आपराधिक गैंग का सदस्य बताते हुए उससे फिरौती मांगी थी।