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- Call From Jail ‘Mother, One Brother Of The Village Has Died And The Other Is Swinging Between Life And Death’
गिर-सोमनाथएक घंटा पहले
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कोटडा गांव के 44 मछुआरे बंद हैं पाकिस्तान की जेल में।
पाकिस्तान से आए फोन कॉल के चलते गिर-सोमनाथ जिले के कोटडा गांव में मातम पसरा हुआ है। मंगलवार को यहां पाकिस्तान की लाहौर जेल से फोन आया कि जेल में बंद एक मछुआरे की मौत हो गई है और वहीं एक मछुआरा अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती है।
गुजरात समेत देशभर के 641 भारतीय मछुआरे पाक की जेलों में कैद हैं।
एक ही परिवार के हैं दोनों सदस्य
गांव में रहने वाले पूंजाभाई बंभानिया ने बताया कि पाक जेल में मरने वाले जीतूभाई मेरे दामाद हैं। वहीं, गंभीर रूप से बीमार रामजीभाई मेरे चचेरे भाई हैं। हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मांग करते हैं कि वे हमारे परिवार के शव को जल्द से जल्द भारत लाएं और वहां की जेलों में कैद 600 से अधिक भारतीय मछुआरों को रिहा करवाएं।
गुजरात के मछुआरे 4-5 सालों से लाहौर की जेल में बंद हैं।
गांव 44 मछुआरे लाहौर की जेल में
गुजरात समेत देशभर के 641 भारतीय मछुआरे पाक की जेलों में कैद हैं। गुजरात की बात की जाए तो इनमें गिर-सोमनाथ जिले के 431 मछुआरे शामिल हैं, जिनमें से 44 तो अकेले कोटडा गांव के ही हैं। कई मछुआरे 4 से 5 साल से पाक जेल में बंद हैं। परिवार भारत सरकार से कई बार गुहार लगा चुका है कि उनकी रिहाई की कोशिश करे।
मृतक जीतूभाई बारिया की फाइल फोटो।
मेरे दोनों बेटे जेल में बंद: वलूबेन
गांव में रहने वाली वलूबेन के पास यह फोन कॉल आया था। इस बारे में वलूबेन ने बताया कि मेरे दोनों बेटे करीब पांच साल से पाकिस्तानी जेल में बंद हैं। दो दिन पहले मेरे छोटे बेटे का फोन आया कि हमारे गांव के जीतू जीवाभाई बरिया की मौत हो गई है। इसके अलावा गांव के ही रामजीभाई राजाभाई चावडा अस्पताल में गंभीर हालत में हैं।