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- सड़कों पर दिख रहा कम विजिबिलिटी का असर, एयरपोर्ट ने जारी की एडवाइजरी
नई दिल्ली37 मिनट पहले
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दिल्ली की हवा लाहौर-कराची और बीजिंग से दोगुने से भी ज्यादा खराब है। आज सुबह कराची का AQI 186 था, जबकि दिल्ली का AQI करीब 400 दर्ज किया गया। इसके कारण राजधानी में धुंध की मोटी चादर में लिपटी दिखी। स्थिति यह थी कि सड़क पर एक मीटर दूर का वाहन भी दिखाई नहीं दे रहा था। लो विजिबिलिटी के कारण लोगों को बहुत दिक्कतें हो रही थीं। बीमार और बुजुर्गों को सांस लेने में भी दिक्कत हुई।
लो विजिबिलिटी के कारण गाड़ी ड्राइव करने में समस्या आ रही थी।
नोएडा में भी धुंध का असर देखा गया। दिन में वाहनों की लाइटें जलती दिखी। हर दिन सड़कों की सफाई और पानी का छिड़काव करने का निर्देश दिया गया है।आज सुबह दुनिया के टॉप 10 सबसे खराब हवा वाले शहरों में भारत से दिल्ली और कोलकाता, पाकिस्तान के कराची और लाहौर समेत चीन के बीजिंग और चेंगदू शामिल हैं।
फ्लाइट में यात्रा करने वालों की बढ़ सकती हैं मुश्किलें
पॉल्यूशन के बढ़ते असर और घने धुंध के कारण दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ानें रद्द या लेट हो सकती हैं। इससे हवाई यात्रियों की मुश्किलें बढ़ सकती है। दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट ने फ्लाइट्स से यात्रा करने वाले लोगों को घरों से निकलने से पहले फ्लाइट की अपडेटेड जानकारी लेने की अपील की है। हालांकि, अभी तक फ्लाइट्स के संचालन में कोई परिवर्तन नहीं किया गया है।
दिल्ली में लागू हैं कई प्रतिबंध
सोमवार को दिल्ली सरकार ने कुछ छूट दे दी हैं। लेकिन हवा की खराब हालत के कारण अब भी कई तरह के प्रतिबंध लागू हैं। दिल्ली में BS-3 पेट्रोल और BS-4 डीजल वाहनों की आवाजाही पर 13 नवंबर तक रोक रहेगी। ईंट भट्टों, हॉट मिक्स प्लांट और स्टोन क्रशर को चलाने की परमिशन नहीं है। हालांकि मिल्क-डेयरी यूनिट और मेडिसिन बनाने वाली इंडस्ट्रियों-फैक्ट्रियों को छूट है।
आज हो सकती CAQM की मीटिंग
कमिशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) की आज 11 नवंबर को समीक्षा बैठक होना है। जिसमें हवा में सुधार होने पर GRAP की स्टेज 3 के तहत लगाई पाबंदियों में थोड़ी ढील देने को लेकर विचार किया जा रहा है। मौसम विभाग ने भी दिल्ली में एयर क्वालिटी में सुधार होने और आकाश साफ रहने की संभावना जताई थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अब भी AQI बेहद खराब है। इसलिए संभावना जताई जा रही है कि CAQM की मीटिंग में छूट को लेकर शायद ही कोई फैसला हो पाए।
कर्तव्य पथ पर सुबह कुछ इस तरह की धुंध छाई हुई थी।
CAQM ने कहा है कि दिल्ली-NCR में प्रदूषण के स्तर को कम करने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद ली जाएगी। (CAQM) ने सात ऐसे प्रोजेक्ट्स को मंजूरी दी है, जिनकी मदद से उन कारणों का पता लगाया जाएगा जिनके कारण प्रदूषण का स्तर तेजी से बढ़ रहा है।
एक्सपर्ट ने बताया साइड इफैक्ट से बचने का उपाय
दिल्ली की सीनियर डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. दीपाली भारद्वाज ने दिल्लीवासियों को चेताया है। उनके मुताबिक जल्द ही खराब हवा के साइड इफैक्ट सामने आ सकते हैं। स्किन एलर्जी, स्किन कैंसर, स्किन पर झुर्रियां हो सकती हैं। इससे बचने के लिए उन्होंने आसपास के वातावरण को स्वस्थ रखने के लिए प्रोपर डाइट, बार-बार पानी पीने और कमरे में कपूर जलाने की सलाह दी है।
क्या होता है AQI?
एयर क्वालिटी इंडेक्स हवा की जानकारी देता है। इसमें बताया जाता है कि हवा में किन गैसों की कितनी मात्रा घुली हुई है। जीरो से 50 के बीच AQI को ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच AQI को ‘संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच AQI को ‘मध्यम’, 201 से 300 के बीच को ‘खराब’, 301 से 400 के बीच AQI को ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच AQI को ‘गंभीर’ माना जाता है। दिल्ली में आज सुबह 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ AQI दर्ज किया गया है।