रायपुर4 घंटे पहले
रायपुर की जल विहार कॉलोनी रिहायशी इलाका है। यहां अब लगातार कर्मशियल एक्टिविटीज की वजह से स्थानीय लोग परेशान हैं। घराें में अवैध कैफे और जिम चल रहे हैं। इस वजह से आस-पास रह रहे लोगों का गुस्सा फूटा है। इस मामले में नगर निगम आयुक्त से लोगों ने शिकायत कर कार्रवाई की मांग की है।
एक दिन पहले ही इस मामले में स्थानीय लोगों के साथ मिलकर इलाके के पार्षद अजीत कुकरेजा ने विरोध जताया था। पार्षद ने धरना दिया। इसके बाद रेस्टोरेंट में जाकर ताला भी लगाया। मगर अब शुक्रवार को एक दिन बाद फिर से वही समस्या लोगों के सामने खड़ी है। पार्षद समेत यहां रहने वाले विवेक अग्रवाल, नवीन कालिया, सोनु अहलूवालिया, सिताराम अग्रवाल, यश सिन्हा, योगेश अग्रवाल, अश्विन गुप्ता जैसे लोगों ने बताया कि कमर्शियल रेस्टोरेंट के पार्किंग व्यवस्था नहीं होने के कारण स्थानीय लोगों को सालों से बहुत ज्यादा तकलीफों का सामना करना पड़ रहा है।

ताला भी लगाकर विरोध किया गया।
रेस्टोरेंट पर आने वाले लोग अपनी गाड़ियों को स्थानीय लोगों के घर के बाहर खड़ी कर देते हैं । रात भर गाड़ियों का आना जाना लगा रहता है यहां के लोग अपने घर से निकलने के लिए भी बहुत मुश्किलों का सामना करते हैं घर के गेट के बाहर गाड़ियां खड़ा कर देते हैं जिससे कि छोटे बच्चों वह महिलाओं को घर के बाहर निकलने में तकलीफ होती हैं

यहां होती है पार्किंग की समस्या।
अवैध है कैफे
पार्षद कुकरेजा ने बताया कि यहां चल रहे कैफे अवैध हैं। सभी मकानों का रेसिडेंशियल इस्तेमाल के लिए ले आउट नक्शा पास है। यहां कर्मशियल एक्टिविटीज की जा रही है। कई कैफै खुले हैं और जिम भी इस वजह से लोगों को परेशानी हो रही है। यहां असामाजिक तत्वों का जमावड़ा रहता है। गली में ओवर स्पीड गाड़ियां चलती हैं। इस मामले में कार्रवाई करने के लिए हमने निगम आयुक्त को जानकारी दी है।

घरों का कर्मशियल इस्तेमाल।
अब कोर्ट जाने की तैयारी
इन कैफे और कर्मशियल अड्डों के खिलाफ जल विहार कॉलोनी के रहवासी कोर्ट जाने की तैयारी कर रहे हैं। पार्षद अजीत कुकरेजा ने बताया कि कानूनी रूप से भी हम इस मामले में सक्षम है। कानूनी रूप से अब इस मामले में हम अपनी आवाज बुलंद करेंगे। नगर निगम से इसपर कार्रवाई की मांग भी की गई है।

रिहायशी इलाके में कर्मशियल कॉम्पलेक्स से दिक्कत।