करनालएक घंटा पहले
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जेई दीपक की मौत के मामले में पुलिस अधिकारी परिजनों से बात करते हुए।
पीडब्ल्यूडी के जेई और गांव गगसीना निवासी दीपक की जाणी नहर की झाल में डेडबॉडी मिलने के बाद शनिवार को परिजनों ने अग्रसेन चौक पर जाम िदया। परिजनों का आरोप है कि पुलिस इस मामले में ढिलाई बरत रही है और अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। अभी तक मामले का कोई खुलासा नहीं किया गया है।
उधर, चौक पर जाम में काफी वाहन चालक फंस गए और सीईटी का एग्जाम देने के लिए पहुंचे परीक्षार्थियों को भी परेशानी हुई। कुछ परीक्षार्थी जाम लगाने वाले लोगों के सामने रास्ता मांगने की मिन्नतें करते नजर आए। लोगों के बढ़ते विरोध के चलते पुलिस को रूट डायवर्ट करना पड़ा अौर जाम में फंसे परीक्षार्थियों ने डिवाइडर से अपनी कार, ई-रिक्शा व बाइक को क्रॉस िकया। इसके बाद वह अपने गंतव्य की ओर बढ़े। इस दौरान पुलिस व जाम लगाए बैठे लोगों के बीच खूब कहासुनी हुई। लेकिन नाराज परिजनों ने पौने घंटे तक जाम लगाए रखा।
बाद में डीएसपी गौरव फौगाट व मुकेश कुमार ने परिजनों की बात सुनी। जिसके बाद संबंधित थाना पुलिस ने मृतक जेई की मां के बयान दर्ज किए और परिजनों को बताया कि दर्ज मामले में हत्या की धारा जोड़ दी है और दो आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। इसके बाद परिजन शांत हुए और जाम खोल दिया। रविवार साढ़े 8 बजे पोस्टमार्टम होगा। लेकिन 1.10 करोड़ रुपए की रकम का कुछ नहीं पता चला है।
1.10 करोड़ रुपए के साथ लापता हुआ था दीपक
परिजनों ने कहा कि दीपक सोमवार को 1.10 करोड़ रुपए लेकर करनाल लौटा था। करनाल आकर फोन किया था। लेकिन बाद में घर नहीं पहुंचा। कार पश्चिमी यमुना नहर किनारे पर मिली थी। लापता होने की रिपोर्ट दर्ज होने के बावजूद 5 दिनों तक खोजने की ठोस कार्रवाई नहीं हुई। अब नहर में जाणी झाल से दीपक की लाश बरामद हुई है।
परिजन बोले- मामले में खुलासा हो
मृतक के रिश्ते में चाचा, बजिंद्र सिंह, मामा बलवान सिंह व सुखबीर सिंह, विजय व संदीप आदि ने कहा कि दीपक की मौत से जुड़े घटनाक्रम से पुलिस पर्दा उठाए। लेकिन इस पूरे मामले में पुलिस ने चुप्पी साधे हुए है। जिन लोगों की दीपक के साथ वाट्सअप चेटिंग हैं, उनको लेकर भी पुलिस ने ठोस कार्रवाई आगे नहीं बढ़ाई है। दीपक को चंडीगढ़ से पेमेंट लाने के लिए भेजने वाले कर्ण सिंह व टिंकू से पुलिस पूछताछ कर चुकी है लेकिन फिर भी मामले में अभी तक कोई खुलासा पुलिस की ओर से नहीं किया गया है।
बोर्ड से पोस्टमार्टम कराया जाएगा
पीडब्ल्यूडी विभाग के जेई के मामले में मृतक की माता सुदेश देवी द्वारा करण सिंह व टिंकू उर्फ सुखविंदर निवासी गगसीना व अन्य अज्ञात व्यक्तियों पर अपहरण करके हत्या करने और शव खुर्द बुर्द करने के आरोप लगाए हैं और करनाल पुलिस को बयान भी दिए हैं। सुदेश देवी के बयानों के आधार पर पुलिस ने इस मामले में आईपीसी की धारा 302, 201, 120-बी और 365 को जोड़ कर मामले की जांच आरंभ कर दी गई है। मृतक का पोस्टमार्टम 6 नवंबर को बोर्ड द्वारा कराया जाएगा। मामले में पुलिस गंभीरता से एंगल पर जांच कर रही है।
– गंगाराम पूनियापुलिस अधीक्षक करनाल।